Last Updated: Tuesday, December 18, 2012, 08:17

नई दिल्ली: भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलूर के एक अध्ययन के अनुसार भारत में औसत तापमान औद्योगिकीकरण से पूर्व के समय की तुलना में वर्ष 2030 तक 1.7 से 2 डिग्री सेल्सियस और वर्ष 2080 तक 3.3 से 4.8 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना है।
पर्यावरण और वन मंत्री जयंती नटराजन ने लोकसभा में रमाशंकर राजभर तथा प्रेमदास राय के प्रश्न के लिखित उत्तर बताया कि आईआईएस, बेंगलूर ने अक्तूबर, 2012 में वैज्ञानिक अध्ययन कराया जो ‘करंट साइंस’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ था।
इस लेख के अनुसार यदि पहले की तरह व्यापार संबंधी परिदृश्य पर विचार किया जाए तो औद्योगिकीकरण से पूर्व के समय की तुलना में भारत में औसत तापमान वर्ष 2030 तक 1.7 से 2 डिग्री सेल्सियस और वर्ष 2080 तक 3.3 से 4.8 डिग्री सेल्सियस अधिक हो सकता है।
मंत्री ने कहा कि यह लेख लंबी अवधि तक अधिक वष्रा वाले दिनों की संख्या में लगातार वृद्धि के बढ़े हुए जोखिम को दर्शाता है जो संभवत: मानव जाति पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
उन्होंने कहा कि कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन को कम करने और तापमान वृद्धि के नियंत्रण के लिए विभिन्न विकल्पों में से एक विकल्प अक्षय उर्जा को बढ़े पैमाने पर अपनाना है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 18, 2012, 08:17