Last Updated: Thursday, August 23, 2012, 17:08
बीजिंग : चीन के एक सरकारी समाचार पत्र ने सोशल मीडिया की बाढ़ से निपटने में देश की परेशानी का उल्लेख करते हुए कहा है कि विदेशी वेबसाइटों द्वारा फैलाए गए अफवाहों के चलते ही पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन यह प्रदर्शित करता है कि अनियंत्रित वेबसाइटें कैसे सामाजिक अस्थिरता फैला सकती हैं।
समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ में प्रकाशित एक लेख में चीन की ओर से ट्विटर और फेसबुक पर प्रतिबंध लगाने के चीन के निर्णय का बचाव करते हुए कहा गया है कि भारत के कुछ शहरों से पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन ‘अनियंत्रित वेबसाइटों’ द्वारा फैलाए गए अफवाहों का नतीजा है।
सम्पादकीय में कहा गया है, ‘यह स्थिति चीन के लिए कोई नई नहीं है। भारत में जो हुआ वह हमें यह समझने में मदद कर सकता है कि क्या इंटरनेट सामाजिक अस्थिरता उत्पन्न कर सकता है और वह ऐसा कैसे करता है।’ इसमें कहा गया, ‘पलायन लोगों के दहशत का परिणाम था जो अफवाह के जरिए आसानी से भड़काया गया था।’ कहा गया है कि भारत इस बात को लेकर चिंतित है कि अफवाहें बाहर से फैलाईं गईं।
संपादकीय में कहा गया है, ‘सोशल नेटवर्किंग साइटों की खोज करने वाले अमेरिका को इन्हें नियंत्रित करने का अनुभव है लेकिन इन वेबसाइटों ने अन्य देशों में दिक्कतें पैदा की हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 23, 2012, 17:08