अफगानिस्तान को अकेला न छोड़े दुनिया - Zee News हिंदी

अफगानिस्तान को अकेला न छोड़े दुनिया

बॉन : अफगानिस्तान के भविष्य पर यहां हो रहे सम्मेलन में देश के विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा ने सोमवार को विश्व समुदाय से आग्रह किया कि आतंकवाद के गढ़ को खत्म करने के लिए वे अफगानिस्तान में लम्बे समय तक मौजूद रहें। साथ ही उन्होंने अफगानिस्तान के पुनर्निमाण के लिए देश की प्रतिबद्धता को भी दोहराया। सम्मेलन यहां सोमवार को शुरू हुआ। दुनिया भर के करीब 100 देशों और संस्थाओं के प्रतिनिधि यहां 2014 के बाद अफगानिस्तान के भविष्य पर विचार करने के लिए इकट्ठा हुए हैं। गौरतलब है कि पश्विमी सैनिकों के 2014 तक अफगानिस्तान को छोड़ देने की योजना है।

कृष्णा ने कहा, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान की सुरक्षा और विकास के लिए यहां लम्बे समय तक रहना चाहिए। कृष्णा ने कहा, अफगानिस्तान आज कम से कम चार तरह की कमियों से जूझ रहा है : सुरक्षा की कमी, शासन व्यवस्था की कमी, विकास की कमी और निवेश की कमी। इन सभी कमियों पर लम्बे समय तक सहायता की जरूरत होगी।

उन्होंने कहा, अफगानिस्तान को मार्शल योजना की तरह की चीज की जरूरत है, जिसमें सभी पक्ष शामिल हों।
अफगानिस्तान के विकास के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि भारत ने 2014 तक अफगानिस्तान को दो अरब डॉलर की सहायता करने का वादा किया है। उन्होंने कहा, हम अपने उभरते बाजार में अफगानिस्तान को पहुंचने की सुविधा दे रहे हैं।

कृष्णा ने अफगानिस्तान में एक कृषि विश्वविद्यालय तथा अफगानी छात्रों के लिए प्रशिक्षण संस्थान खोलने की योजना का जिक्र करने के साथ ही कहा, भारतीय कम्पनियां अफगानिस्तान में खनन परियोजना, इस्पात कारोबार और अन्य सम्बंधित क्षेत्र में करीब 10 अरब डॉलर निवेश करना चाहती हैं।

स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया की अगुआई में भारत की सात कम्पनियों के समूह ने अफगानिस्तान में तीन लौह क्षेत्र के विकास का ठेका जीता है।  (एजेंसी)


 

First Published: Tuesday, December 6, 2011, 10:09

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