Last Updated: Monday, April 16, 2012, 16:24
ब्रसेल्स : नाटो ने सोमवार को साफ किया कि अफगानिस्तान में तालिबान के आत्मघाती हमलों का उसकी वर्ष 2014 तक विदेशी सैनिकों के वापस लौटने की योजना पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। नाटो की प्रवक्ता ओअना लुंगेस्कू ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, यह स्पष्ट है कि हमारे सामने अब भी सुरक्षा चुनौतियां हैं।
उन्होंने कहा, यह इस तरह का पहला हमला नहीं है और मुझे इसके अंतिम होने की भी उम्मीद नहीं है। प्रवक्ता ने कहा, लेकिन इस तरह के हमले हस्तांतरण की रणनीति नहीं बदलते, ये लक्ष्य नहीं बदलते और ये समयसीमा भी नहीं बदलते हैं जिस पर हम सब नवंबर 2010 में लिस्बन वार्ता में सहमत हुए थे। नाटो के नेता लिस्बन में इस बात पर सहमत हुए थे कि वर्ष 2014 के अंतिम तक सुरक्षा जिम्मेदारी धीरे धीरे अफगान सुरक्षा बलों को पूरी तरह सौंप दी जाए।
नाटो अधिकारियों ने तालिबान द्वारा कल किये गये हमलों के खिलाफ अफगानी सैनिकों की जवाबी कार्रवाई की प्रशंसा की। ये अफगानी सैनिक एक लाख 30 हजार विदेशी सैनिकों से नेतृत्व अपने हाथ में लेने के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 16, 2012, 22:22