अफगानिस्तान से घातक हथियार नहीं लेगा भारत : खुर्शीद

अफगानिस्तान से घातक हथियार नहीं लेगा भारत : खुर्शीद

अफगानिस्तान से घातक हथियार नहीं लेगा भारत : खुर्शीदसिंगापुर : भारत ने अफगानिस्तान का घातक हथियारों की आपूर्ति का अनुरोध ठुकराते हुए कहा है कि वह फिलहाल इस आपूर्ति की ‘स्थिति में या इच्छुक नहीं है।’ अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सामने हथियारों की आपूर्ति का मुद्दा उठाया था।

विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने यहां कहा, ‘हम गैरघातक हथियारों से मदद करेंगे लेकिन मुझे नहीं लगता कि हम फिलहाल घातक हथियार देने की स्थिति में या इच्छुक नहीं हैं।’ खुर्शीद ने कहा कि भारत हेलीकाप्टरों के साथ यातायात उपकरणों सहित महत्वपूर्ण सामग्री की पहले से ही आपूर्ति करता है। मंत्री ने कहा कि हमें लगता है कि इससे आगे जाने की बात सलाहयोग्य नहीं है। यह नाजुक क्षेत्र है, इसमें हिस्सेदार हैं, अन्य लोग भी हैं। हम किसी समस्या का हिस्सा नहीं बनना चाहते।

भारत की अपनी हालिया यात्रा पर करजई ने भारतीय नेतृत्व को अपेक्षा की गयी सामग्री की सूची सौंपी थी जिसमें वर्ष 2014 में अफगानिस्तान से अमेरिकी नीत बल की प्रस्तावित वापसी के बीच ज्यादा सैन्य एवं असैन्य मदद मांगी गई थी। खुर्शीद ने ‘स्ट्रेट्स टाइम्स’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि ऐसे कई लोग हैं जिनके अफगानिस्तान के भविष्य के बारे में दृष्टिकोण हैं और अगर हम समस्याएं पैदा किये बगैर अफगानिस्तान की मदद कर सकें तो मुझे लगता है कि यह ऐसा करना बेहतर होगा।

खुर्शीद ने कहा कि हम निरंतर उनके संपर्क में हैं, प्रतिबद्ध हैं और हमने स्पष्ट रूप से यह बात कही है। हम अपने लिए बाहर जाने का रास्ता नहीं तलाश रहे हैं जिसका मतलब यह हुआ कि हम वहां लंबे समय तक रूकेंगे। हम इस तथ्य से बहुत खुश हैं कि अफगानिस्तान को हममें भरोसा है।

वर्ष 2014 के बाद अफगानिस्तान को लेकर उनकी चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर खुर्शीद ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अमेरिकियों के लिए हमें पूरी तस्वीर देना बहुत जल्दबाजी है। अफगानिस्तान खुद भी हमें पूरी तस्वीर देने में नाकाम हैं।’ खुर्शीद ने कहा कि मैं ‘हार्ट आफ एशिया’ (मंत्रीय) सम्मेलन में था और हमारी तरह सभी अफगानिस्तान के भविष्य को लेकर स्पष्ट रूप से प्रतिबद्ध हैं लेकिन इस बारे में कोई स्पष्ट खाका नहीं है कि वर्ष 2014 के दौरान क्या हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी अब भी तालिबान से वार्ता को लेकर बात कर रहे हैं, हमें अब भी नहीं पता है कि ऐसा हो पाएगा या नहीं।’ (एजेंसी)

First Published: Friday, July 5, 2013, 19:29

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