Last Updated: Friday, October 12, 2012, 12:01
वाशिंगटन : अमेरिकी उपराष्ट्रपति जो बिडेन और उनके प्रतिद्वंदी पॉल रयान के बीच ओबामा की अफगान नीति को लकर जमकर बहस हुई। हालांकि दोनों सुरक्षा हस्तांरण और अमेरिकी सैनिकों की वापसी के लिए 2014 की समयसीमा पर सहमत हुए।
केंटुकी में उप राष्ट्रपति पद के लिए हुई बहस में रयान ने कहा कि हम वहां नहीं रहना चाहते। हम चाहते हैं कि 2014 में हम सफल हो जाएं। इसलिए हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम अपने कमांडरों को वह सब मुहैया कराएं जो वह चाहते हैं। विस्कोंसिन से प्रतिनिधि सभा के सदस्य रयान ने आरोप लगाया कि ओबामा प्रशासन ने अफगान नीति के लिये युद्ध मैदान में खड़े कमांडरो से सलाह नहीं ली।
उन्होंने कहा कि हम कई मुद्दों पर अलग अलग राय रखते आए हैं। हम अपने कमांडरों की सिफारिशों पर भी विचार करते। इसके जवाब में बिडेन ने कहा कि ओबामा प्रशासन की अफगान नीति बहुत सफल रही है।
बिडेन ने कहा कि हमने अल कायदा का विनाश किया है। हमने ओसामा बिन लादेन को मार गिराया। यही हमारा उद्देश्य था। हमने अफगान सेना को प्रशिक्षण दिया । अब सुरक्षा की जिम्मेदारी उनको लेनी है। इसलिये अपने 49 सहयोगियों के साथ हमने 2014 में अफगानिस्तान से वापसी का फैसला लिया है। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार मिट रोमनी और रयान को आड़े हाथों लेते हुये बिडेन ने कहा कि अब सुरक्षा की जिम्मेदारी अफगानिस्तान को लेनी है। हमने 3 लाख 15 हजार जवानों को प्रशिक्षण दिया है। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 12, 2012, 12:01