Last Updated: Tuesday, February 28, 2012, 08:51
वॉशिंगटन : अफगानिस्तान में एक अमेरिकी सैन्य शिविर में कुरान की प्रति जलाने की घटना के बाद हाल ही में हुई हिंसा, खास कर दो अमेरिकी अधिकारियों के मारे जाने के बावजूद वाशिंगटन ने इस युद्ध प्रभावित देश के प्रति अपनी रणनीति में कोई बदलाव करने से इनकार किया है। पेंटागन ने कहा है कि अफगानिस्तान में मिली सफलता और हो रही प्रगति पर वह हालिया हिंसा को हावी नहीं होने देगा।
पेंटागन के प्रेस सचिव जॉर्ज लिटल ने संवाददाताओं से कहा कि अलकायदा और उसके सहयोगियों को परास्त करने, उन्हें अफगानिस्तान में सुरक्षित पनाह न लेने देने के अपने मुख्य लक्ष्य, उस में मिली सफलता और हो रही प्रगति पर हम हालिया हिंसा को हावी नहीं होने देंगे। लिटल ने कहा कि अमेरिका अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई तथा अन्य वरिष्ठ नेताओं के प्रयासों की सराहना करता है जिन्होंने शांति के लिए और हिंसक प्रदर्शन समाप्त करने के लिए आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि हम अफगान बलों की कठोर मेहनत और उनके बलिदान का पूरा सम्मान करते हैं जिनके कर्मी हिंसा शांत करने के प्रयासों में हताहत हुए। ओबामा प्रशासन ने कहा है कि वह वर्ष 2014 तक अफगानिस्तान में सुरक्षा संबंधी दायित्व अफगान बलों को सौंपने के लिए और क्षेत्र से अलकायदा तथा आतंकवाद के सफाये के लिए प्रतिबद्ध है। अफगानिस्तान के हालिया घटनाक्रम और हिंसा को वहां शांति और स्थिरता लाने के प्रयासों के लिए झटका माना जा रहा है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 28, 2012, 14:21