Last Updated: Saturday, February 9, 2013, 23:34

इस्लामाबाद : भारत के संसद भवन पर वर्ष 2001 में हुए हमले के दोषी अफजल गुरू को आज सुबह फांसी दिए जाने के बाद पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के सरकारी प्रवक्ता शौकत जावेद मीर ने कहा कि क्षेत्र में अगले तीन दिन तक शोक मनाया जाएगा और इस दौरान ध्वज आधा झुका रहेगा। दूसरी ओर पाकिस्तान में जमात-उद-दावा और कश्मीरी समूहों ने पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया।
दिल्ली के तिहाड़ जेल में आज सुबह अफजल गुरू को फांसी देने और अंतिम संस्कार होने के कई घंटों बाद जमात-उद-दावा के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने इस्लामाबाद के बीचाबीच स्थित नेशनल प्रेस क्लब के बाहर प्रदर्शन किया। जमात-उद-दावा ने लाहौर और कराची में भी ऐसे ही प्रदर्शनों का आयोजन किया। वर्ष 2008 में हुए मुंबई हमलों के सरगना व जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज मोहम्मइ सईद ने दावा किया है कि अफजल को माफी की सजा देना ‘न्यायिक आतंकवाद’ जैसा है।
लाहौर में जारी एक बयान के मुताबिक, सईद का कहना है, ‘‘हम अफजल गुरू को फांसी दिए जाने की कड़ी अलोचना करते हैं। यह न्यायिक आतंकवाद है और इसे स्वीकृति नहीं दी जा सकती है।’’ सईद ने दावा किया कि भारत सरकार लोगों का ध्यान ‘आंतरिक प्रतिद्वंद्वी’ से हटाने के लिए अफजल को फांसी दिया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आजादी की लड़ाई जारी रहेगी क्योंकि फांसी ने लोगों में गुस्सा को बढ़ा दिया है।
पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में कश्मीरी समूहों के करीब 400 सदस्यों ने एकत्र होकर अफजल गुरू की फांसी का विरोध किया। प्रदर्शनकारियों ने भारत का राष्ट्रीय ध्वज जलाया, ‘भारत मुर्दाबाद’ और ‘हम अफजल गुरू के अभियान को जारी रखेंगे’ जैसे नारे लगाए। इन प्रदर्शनों का आयोजन जम्मू-कश्मीर से पीओके जाने वाले कश्मीरियों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था पासबान-ए-हुर्रियत ने किया था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, February 9, 2013, 23:34