Last Updated: Tuesday, September 20, 2011, 04:01
वॉशिंगटन : अमेरिका के समक्ष कर्ज का संकट जहां खतरनाक स्वरूप ले रहा है और पर्याप्त संख्या में रोजगार के अवसर निर्मित नहीं हो रहे हैं. इसके मद्देनजर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमीरों पर अधिक कर लगाने और घाटे को कम करने की योजनाओं का खुलासा किया.
अमीरों पर कर लगाने के प्रस्तावों के बारे में ओबामा ने कहा कि उनकी योजना है कि करों के संबंध में खामियों को दूर किया जाये और प्राथमिक रूप से कर अदा करने वाले अमीरों और बड़े कॉरपोरेट घरानों पर ध्यान केंद्रित किया जाए. इसके साथ ही छोटे कारोबार चलाने वालों और मध्यम वर्गीय परिवारों को राहत दी जाए.
ओबामा ने व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में दिये भाषण में कहा, ‘अगर कर सुधार नहीं लाये जाते हैं तो इस योजना के तहत दौलतमंद अमेरकियों से उसी दर पर कर का भुगतान करने को कहा जायेगा, जितना वे बुश के कर कटौती से पहले नब्बे के दशक के दौरान देते थे.’ उन्होंने कहा, ‘हम अमीरों के लिये कर की विशेष निम्न दरें वहन नहीं कर सकते.’
ओबामा की योजना खारिज की अमेरिकी कांग्रेस ने अमेरिकी कांग्रेस के शीर्ष रिपब्लिकन सदस्यों ने राष्ट्रपति बराक ओबामा की अमेरिकी वित्तीय संकट से निपटने के लिये अमीरों पर नये कर लगाते हुए 1.5 खरब डॉलर का प्रबंध करने की योजना को खारिज कर दिया. रिपब्लिकन हाउस स्पीकर जॉन बोहनर ने कहा, ‘अमेरिकियों के एक समूह को दूसरे के खिलाफ कर देना नेतृत्व नहीं है.’ सीनेट में रिपब्लिकन के अल्पसंख्यक दल के नेता मिच मैककॉनल ने भी योजना को खारिज करते हुए कहा कि अमीर और दौलतमंद कॉरपोरेट घरानों पर कर बढ़ा देने से रोजगार में वृद्धि दर खत्म हो जायेगी. इस विरोध के मायने हैं कि ओबामा के लिये रिपब्लिकन दल के दबदबे वाली प्रतिनिधि सभा से योजना को मंजूरी दिला पाना मुश्किल होगा.
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 20, 2011, 09:43