Last Updated: Monday, August 13, 2012, 11:39
वाशिंगटन: होनोलुलू नगर परिषद में पार्षद तुलसी गैबार्ड का, 2013 के चुनाव में अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में प्रथम हिंदू सदस्य के रूप में निर्वाचित होना लगभग तय हो गया है। इसके लिए उन्होंने एक सुरक्षित डेमोक्रेटिक सीट से अपनी उम्मीदवारी की प्राइमरी जीत ली है।
यद्यपि गैबार्ड हिंदू धर्म का अनुसरण करती हैं और विशुद्ध शाकाहारी हैं, लेकिन वह भारतीय मूल की नहीं हैं। उनके पिता माइक गैबार्ड अमेरिकन सामोआ से हैं और वह सीनेटर हैं। उनकी मां कैरोल पोर्टर गैबार्ड श्वेत अमेरिकी हैं और हिंदू धर्म का अनुसरण करती हैं। उनके पिता कैथोलिक हैं।
गैबार्ड (31) ने रविवार को हवाई के दूसरे कांग्रेसनल जिले से डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी सुनिश्चित करा ली है। उम्मीदवारी के इस प्राइमरी चुनाव में उन्होंने 55 प्रतिशत वोट हासिल किया। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी होनुलूलू के पूर्व मेयर मफी हेन्नीमैन को 34 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए।
बाकी बचे वोट चार अन्य उम्मीदवारों को हासिल हुए। तुलसी द्वारा सीनेट का चुनाव लड़ने का निर्णय लेने के बाद डेमोक्रेटिक रिप्रजेंटेटिव मैज हिरोनो ने यह सीट छोड़ दी।
अमेरिकन सामोआ के लेलोआलोआ में 1981 में जन्मी तुलसी, गैबार्ड के पांच बच्चों में से चौथी संतान हैं। जब वह दो वर्ष की थीं, तभी यह परिवार हवाई चला गया, जो राष्ट्रपति ओबामा का जन्म स्थान भी है।
दलीप सिंह सौंद 1956 में अमेरिकी कांग्रेस के लिए निर्वाचित हुए पहले भारतीय मूल के अमेरिकी थे, लेकिन वह सिख थे। लुसियाना के मौजूदा गवर्नर बॉबी जिंदल जब हाईस्कूल में थे, तभी उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया था।
तुलसी भारतीय मूल की भले नहीं हैं, लेकिन अमेरिका में वह सभी भारतीयों का प्रतिनिधि होने का वादा करती हैं।
उन्होंने कहा है, "भारत और भारतीय संस्कृति के प्रति मेरी गहरी आत्मीयता के आधार पर, और उस देश व वहां के लोगों के प्रति गहरे प्रेम के आधार पर मैं भारतीय प्रवासियों की चिंताएं सुनने के लिए हमेशा उपलब्ध रहूंगी और उनकी मदद के लिए अपनी सर्वोत्तम कोशिश करूंगी।" (एजेंसी)
First Published: Monday, August 13, 2012, 11:39