आपसी रिश्ते बढ़ने से भारत-चीन को लाभ: क्विंग

आपसी रिश्ते बढ़ने से भारत-चीन को लाभ: क्विंग

बीजिंग: भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की इच्छा जाहिर करते हुये चीन के नये प्रधानमंत्री ली क्विंग ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा कि बीजिंग, भारत के साथ रणनीतिक सहयोग और भागीदारी को बढ़ाते हुये नये स्तर पर ले जाना चाहता है।

प्रधानमंत्री के तौर पर ली के नाम की पुष्टि होने के घंटे भर के भीतर ही ली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को फोन कर कहा कि द्विपक्षीय रिश्ते बढ़ने से दोनों देशों के विकास और साझा हितों को बढ़ावा मिलेगा।

चीन की सरकारी एजेंसी शिन्हुआ ने ली के हवाले से कहा कि चीन हमेशा की तरह ‘भारत के साथ अपने रिश्तों को काफी महत्व देता है। चीन, भारत के साथ अपने रणनीतिक सहयोग और भागीदारी को नये स्तर पर ले जाने के लिये काम करने का इच्छुक है।’

ली, एक सुधारवादी नेता और अंग्रेजी बोलने वाले नौकरशाह है। उन्हें कल ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का प्रधानमंत्री चुना गया। उनका चुनाव नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के 3,000 सांसदों ने किया।

बधाई देने के लिये मनमोहन सिंह का धन्यवाद करते हुये ली ने कहा कि चीन और भारत एशिया की दो सबसे बड़ी शाक्तियां और विकासशील राष्ट्र हैं। ये दोनों देश सबसे पुरानी सभ्यता और उभरती अर्थव्यवस्थायें भी हैं।

ली ने कहा दोनों देश आपसी सहयोग बढ़ाकर तेजी से विकास कर सकते हैं और साझा हितों को बढ़ावा दे सकते हैं ताकि सतत् आर्थिक और सामाजिक विकास का मार्ग प्रशस्त किया जा सके। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी उचित और तार्किक दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार सिंह ने कहा कि पिछले कुछ सालों के दौरान द्विपक्षीय संबंधों में व्यापक बदलाव और आपसी सहयोग तथा विभिन्न क्षेत्रों में आदान-प्रदान में लगातार प्रगति हुई है।

चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के नये नेतृत्व ढांचे में दूसरे नंबर पर आने वाले ली ने कहा भारत और चीन दोनों के पास ही विकास के अपने साझा लक्ष्य को हासिल करने के लिये दुनिया में काफी अवसर मौजूद हैं। (एजेंसी)


First Published: Saturday, March 16, 2013, 17:02

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