Last Updated: Sunday, November 18, 2012, 14:16

लंदन : भारतीय मूल की दंत चिकित्सक सविता हलप्पनवार की त्रासद मौत से व्यथित हजारों लोगों ने देश भर में रैलियां और मोमबत्ती लेकर जुलूस निकाले तथा देश के गर्भपात कानूनों में बदलाव की मांग की। डबलिन और गालवे में प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिनमें लिखा था ‘अब और त्रासदी नहीं।’ इन लोगों ने गर्भपात कानूनों में बदलाव की मांग की।
31 वर्षीय सविता हलप्पनवार की आयरलैंड के अस्पताल में पिछले माह 28 अक्तूबर को मौत हो गई थी। डॉक्टरों ने उसके 17 सप्ताह के गर्भ को यह कहते हुए समाप्त करने से मना कर दिया था कि ‘यह कैथोलिक देश है।’ हालांकि उसे बता दिया गया था कि उसका गर्भपात हो रहा है। तीन दिन तक भीषण पीड़ा से गुजरने के बाद सविता ने रक्त विषाक्तता होने के कारण दम तोड़ दिया था।
डबलिन में कल निकाली गई रैली में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। पारनेल स्क्वेयर स्थित गार्डन ऑफ रिमेम्बरेन्स से इन लोगों ने लीनस्टर हाउस तक रैली निकाली। सरकारी प्रसारक आरटीई न्यूज की खबर में कहा गया है कि लीनस्टर हाउस में मोमबत्ती जुलूस निकाला गया और सविता की याद में कुछ पलों का मौन रखा गया। आयरिश पुलिस ने कहा कि रैली में 6,000 से अधिक लोग शामिल हुए। इसी बीच गालवे के आयरे स्क्वायर में सविता के लिए मोमबत्ती जुलूस निकाला गया जिसमें करीब 1,000 लोगों ने भाग लिया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 18, 2012, 14:16