इजरायल का अस्तित्व ‘मानवता का अपमान ’ : अहमदीनेजाद

इजरायल का अस्तित्व ‘मानवता का अपमान ’ : अहमदीनेजाद

इजरायल का अस्तित्व ‘मानवता का अपमान ’ : अहमदीनेजादतेहरान : ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने इजरायल पर अब तक का सबसा तीखा जुबानी हमला बोलते हुए यहूदी राष्ट्र के अस्तित्व को ‘मानवता का अपमान’ करार दिया है जबकि इजरायल में इस बात को लेकर सार्वजनिक रूप से बहस चल रही है कि क्या ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हमला किया जाय अथवा नहीं।

महमूद अहमदीनेजाद ने कहा कि इजरायल के साथ संघर्ष करना ‘सभी मनुष्यों की प्रतिष्ठा के संरक्षण करने का’ एक प्रयास है।

रमजान के पवित्र महीने में पिछले शुक्रवार को वार्षिक कुद्स (यरूशलम) दिवस पर निकाली गई राष्ट्रव्यापी फलस्तीन समर्थक रैलियों के बाद तेहरान विश्वविद्यालय में एकत्रित लोगों को संबोधित करते हुए अहमदीनेजाद ने कहा, यहूदीवादी शासन का अस्तित्व मानवता का अपमान है।

इजरायल ईरान को उसके परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रम को लेकर एक खतरा मानता है। उसका आरोप है कि वह उसकी सीमा पर इजरायल विरोधी कट्टरपंथियों को समर्थन देता है।

अहमदीनेजाद कई बार इजरायल को बरबाद करने की बात कह चुके हैं। उधर, इजरायल में इस बात को लेकर बहस चल रही है कि ईरान के परमाणु संयत्रों पर हमला किया जाय अथवा नहीं।

इजरायल का अधिकृत रवैया है कि कूटनीतिक एवं आर्थिक प्रतिबंधों से ईरान को यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम रोकने पर विवश किया जाए। वह इस बात पर जोर देता रहा है कि ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोका जा सके।

उधर ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर उस पर हमला किया गया तो वह इजरायल और क्षेत्र में अमेरिकी हितों पर हमला करेगा। (एजेंसी)

First Published: Saturday, August 18, 2012, 17:06

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