Last Updated: Saturday, January 7, 2012, 13:24
यरूशलम : पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि इजरायल के साथ संबंध स्थापित करने के लिए इस्लामाबाद को तैयार रहना चाहिए ताकि कश्मीर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर उसके द्वारा अक्सर ‘भारत समर्थक’ रूख लिए जाने से निपटा जा सके। मुशर्रफ ने कहा कि यहूदी देश हकीकत है और इसके साथ संबंध अमेरिका में मजबूत यहूदी लॉबी के करीब आने में और भारत के साथ संघर्ष में इस्लामाबाद को मदद करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान को फलस्तीन विवाद के प्रस्ताव की मांग जारी रखनी है लेकिन पाकिस्तान को इजरायल के प्रति अपने राजनयिक संबंध में भी फेरबदल करने की जरूरत है क्योंकि उस देश का अस्तित्व है और वह कही नहीं जा रहा है।’
इस महीने की आखिर में आत्म निर्वासन को खत्म कर पाकिस्तान वापस लौटने की योजना बना रहे मुशर्रफ ने कहा कि इजरायल द्वारा अक्सर ‘भारत समर्थक’ रूख लिए जाने से निपटने के लिए उसके करीब जाना पाकिस्तान के हित में होगा। इजरायली अखबार हारेत्ज को दिए अपने पहले साक्षात्कार में उन्होंने कहा, ‘भारत के साथ मुद्दा पाकिस्तान के लिए संवेदनशील है। इजरायल पाकिस्तान के खिलाफ भारत समर्थक रहा है।’
साक्षात्कार में मुशर्रफ ने स्वीकार किया कि इजरायल को पाकिस्तान के साथ संबंध स्थापित करने का मौका नहीं मिला, यह सही है लेकिन इसका यह मतलब नहीं हुआ कि आप पाकिस्तान विरोधी के तौर पर सक्रिय हो जाएं और कश्मीर विवाद जैसे अहम मुद्दों पर भारत का समर्थन करें। उन्हें सलाह दें और खुफिया मामलों में सहयोग दें, यह बड़ी बात है।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, January 7, 2012, 18:54