Last Updated: Monday, December 3, 2012, 15:51

यरूशलम : एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए ब्रिटेन और फ्रांस इजरायल द्वारा बस्तियों का विस्तार किए जाने के फैसले के विरोध में वहां से अपने दूतों को वापस बुलाने पर विचार कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र में गैर सदस्य पर्यवेक्षक राष्ट्र का दर्जा हासिल करने के बावजूद फलस्तीन के खिलाफ जारी इजरायल की दंडात्मक कार्रवाई के बीच एक वरिष्ठ यूरोपीय अधिकारी ने हेरात्ज दैनिक को बताया,‘इस बार बात केवल निंदा तक सीमित नहीं रहेगी। इजरायल के खिलाफ सही मायनों में कार्रवाई होगी।’
रिपोर्ट में बताया गया है,‘ब्रिटेन और फ्रांस कार्रवाई करने जा रहे हैं और इसमें अपने अपने राजदूतों को वापस बुलाए जाने की अभूतपूर्व संभावना भी है।’
यहूदी राष्ट्र ने बस्तियों के निर्माण कार्य की दिशा में आगे बढ़ने का फैसला किया है जिससे भविष्य की शांति प्रक्रिया बाधित हो सकती है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतानयाहू द्वारा शुक्रवार को लिए गए फैसले से लंदन और पेरिस में विदेश मंत्री तथा अन्य नेता सकते की हालत में हैं। नेतानयाहू ने संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन की जीत के एक दिन बाद ऐलान किया था कि इजरायल मालेह और यरूशलम के बीच वाले ई-1 नामक इलाकों पर तीन हजार मकान बनाने के अपने फैसले पर आगे बढ़ेगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 3, 2012, 15:51