Last Updated: Saturday, March 3, 2012, 18:07
तेहरान : ईरान के आम चुनाव के प्राथमिक अनुमानों के मुताबिक राष्ट्रपति अहमदीनेजाद के कट्टरपंथी विरोधियों को चुनाव में बढ़त हासिल हो रही है। यह इस बात का साफ संकेत है कि राष्ट्रपति को अपने शेष 18 महीने के कार्यकाल में और हंगामे का सामना करना पड़ सकता है।
शीर्ष नेता अयातुल्ला अली खमेनी के समर्थकों द्वारा कल के चुनाव में दिखाए गए तेवरों से यह बात साफ है कि लोग ईरान की धर्म के प्रति कट्टरता में यकीन रखते हैं और साथ ही यह पश्चिम के साथ परमाणु कार्यक्रम पर चल रहे विवाद का भी साफ जवाब है। प्रांतीय शहरों से आए आंशिक परिणामों से यह बात साफ है कि अहमदीनेजाद के विरोधियों ने कई क्षेत्रों में चुनाव जीत लिया है। दोपहर तक घोषित हुए 189 विजेताओं में से कम से कम 97 अहमदीनेजाद के कट्टरपंथी विरोधियों में से हैं। छह उदारवादी प्रत्याशी विजयी हुए हैं, वह भी राष्ट्रपति के विरोधी हैं। शेष 86 सीटें अहमदीनेजाद समर्थकों और मध्यमार्गियों को मिली हैं।
सरकारी मीडिया का कहना है कि ईरान में मतदाताओं की संख्या 4.8 करोड़ है जिनमें से 67 प्रतिशत से ज्यादा ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस जीत के साथ ही अहमदीनेजाद का विरोधी गुट वर्ष 2013 के राष्ट्रपति चुनावों से पहले उन्हें कमजोर बना देगा। इन सभी हारों के बीच राष्ट्रपति की छोटी बहन परवीन अहमदीनेजाद को उनके ही गृह नगर गरमसार में एक कट्टरपंथी विरोधी ने हरा दिया है।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, March 3, 2012, 23:37