Last Updated: Friday, January 6, 2012, 12:54
तेहरान : ईरान सामरिक महत्व वाली हरमुज की खाड़ी में एक और नौसैनिक अभ्यास करने की योजना बना रहा है। एक नौसैनिक अधिकारी ने यह जानकारी दी। गौरतलब है कि हरमुज की खाड़ी के रास्ते दुनिया की कुल तेल आपूर्ति के छठे हिस्से को ढोया जाता है।
ईरान ने चेतावनी दी है कि यदि पश्चिमी देशों ने उसके तेल निर्यात पर प्रतिबंध लगाए तो वह इस मार्ग को बंद कर देगा। दुनिया के तेल बाजार की समस्या इस चेतावनी से और बढ़ गई है। ईरान की अर्धसरकारी फार्स न्यूज एजेंसी ने गुरुवार को ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड के नौसैनिक कमांडर आदम अली फदावी के हवाले से बताया कि आगामी अभ्यास ‘महान पैगंबर’ के नाम से होगा। एडमिरल ने बताया कि यह युद्धाभ्यास ईरानी महीना बहमान में किया जाएगा, जो अक्सर फरवरी में पड़ता है।
ईरान के सबसे ताकतवर बल रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के पास नियमित सेना की तरह ही हवाई, नौसैनिक और जमीनी सेना है। इसके पास ईरानी मिसाइल कार्यक्रम का भी प्रभार है। ईरान की नौसेना ने मंगलवार को खाड़ी में अपना 10 दिवसीय युद्धाभ्यास खत्म किया। पश्चिमी देशों का मानना है कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य परमाणु हथियार तैयार करना है। हालांकि, ईरान ने इसका खंडन किया है और जोर देकर कहा है कि इसका उद्देश्य शांतिपूर्ण है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, January 6, 2012, 18:28