Last Updated: Tuesday, September 11, 2012, 16:45

यरूशलम : ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला करने को लेकर इजरायल का उत्साह ठंडा पड़ गया है। समझा जाता है कि ऐसा पश्चिमी ताकतों के कड़े संदेशों के कारण हुआ है।
समाचार पत्र ‘द हर्त्ज’ में प्रकाशित खबर के अनुसार इजरायल के आक्रामक प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री एहुद बराक ने संभवत: इस बात को समझा है कि इस तरह के हमले के न केवल सैन्य परिणाम होंगे बल्कि इससे विदेश नीति संबंधी गंभीर नतीजे भी होंगे।
ऐसी किसी भी स्थिति में ईरान जवाबी कार्रवाई में कई मिसाइल दाग सकता है जिससे सैकड़ों इजरायली की जान जाएगी।
खबर के अनुसार ऐसा होने पर इजरायल और उसके परम मित्रों फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी और अमेरिका के बीच गहरी दरार आ सकती है।
दैनिक के अनुसार पिछले दो हफ्तों में पश्चिमी ताकतों के संदेश के चलते नेतन्याहू ने अपना सुर बदलते हुए ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में उसके लिए लक्ष्मण रेखा खींचने की जरूरत पर बात करना शुरू कर दिया है ताकि सैन्य टकराव की किसी भी आशंका को टाला जा सके। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 11, 2012, 15:56