Last Updated: Wednesday, November 9, 2011, 16:30
मालदीव : भारत-पाक के संबंधों का ‘जटिल’ और ‘पेचीदा’ करार देते हुए पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने कहा है कि भारत को व्यापार में सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र (एमएफएन) का दर्जा देने के फैसले से पाकिस्तान पीछे नहीं हटेगा।
खार ने कहा कि पाकिस्तान में सेना का देश की विदेश नीति में महत्वपूर्ण हिस्सा है, पर भारत-पाक रिश्तों को पूर्व की वजह से खराब नहीं होने दिया जाएगा। पाकिस्तानी विदेशी मंत्री ने कहा कि हम चाहते हैं कि कल के बारे में हमारी सोच हमारे आज के कदम तय करे, हम नहीं चाहते कि हमारा अतीत हमारे वर्तमान या भविष्य की बेड़ी बने।
एमएफएन के दर्जे पर पाकिस्तान से आ रहे असमंजस वाले बयानों पर खार ने कहा कि हम मंत्रिमंडल के फैसले पर पलटी नहीं खाएंगे। ऐसे में मैं कह सकती हूं कि मुझे किसी तरह के भ्रम के लिए ज्यादा जगह दिखाई नहीं देती। खार यहां दक्षेस शिखर सम्मेलन में भाग लेने आई हैं।
प्रक्रिया के बारे में बताते हुए पाकिस्तान की विदेश मंत्री ने कहा कि एमएफएन के दर्जे पर भारत के साथ कोई वार्ता नहीं हो रही थी। ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान ने इसकी प्रतिबद्धता जताई थी और अब वह इससे पीछे हट रहा है। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान की आंतरिक प्रक्रिया है। मैं आपको स्पष्ट तौर पर बताना चाहती हूं कि मंत्रिमंडल ने भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को सामान्य बनाने की मंजूरी दी है। इसमें कई चीजें शामिल हैं। इनमें से एमएफएन भी एक है।
मंत्री ने दलील दी कि एमएफएन कोई दर्जा नहीं है जो दूसरे देशों को दिया जा रहा हो। यह दोनों देशों के बीच भेदभाव वाली दर व्यवस्था को खत्म करने की प्रक्रिया है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 9, 2011, 22:01