ओबामा की विदेश नीति की आलोचना - Zee News हिंदी

ओबामा की विदेश नीति की आलोचना



वॉशिंगटन : रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के प्रमुख उम्मीदवार ने अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की ‘कमजोर’ विदेश नीति की आलोचना की है। साथ ही कहा है कि अगर 2012 के चुनावों में वह सत्ता में आते हैं तो देश की विदेश नीति में आमूल चूल परिवर्तन करेंगे।

 

रिपब्लिन पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार ने खासकर ईरान को लेकर ओबामा की नीति पर नाखुशी जाहिर की। जिस तरीके से ओबामा प्रशासन ने ड्रोन मुद्दे से निपटा, उससे वह खासे नाराज दिखे। सिउक्स सिटी, लोवा में कल बहस के दौरान रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के प्रमुख दावेदार मिट्ट रोमनी ने कहा, ‘जासूसी ड्रोन के मार गिराये जाने से राष्ट्रपति ने कहा कि वह खुश हैं ? क्या विदेश नीति खुशी पर आधारित है ? आप मजाक कर रहे हैं। यह वह राष्ट्रपति हैं जिनका मानना है कि अगली सदी अमेरिका बाद की सदी होगी। संभवत: यह चीन की सदी होगी। वह गलत हैं । यह भी अमेरिकी सदी होगी। अमेरिका को स्वतंत्र दुनिया का नेतृत्व करना है। और स्वतंत्र दुनिया को पूरी दुनिया का नेतृत्व करना होगा।’

 

 

रोमनी ने कहा कि राष्ट्रपति बराक ओबामा की योजना के तहत हमारी सेना छोटी होगी, यह सोचते हुए कि हम किसी तरह दुनिया के तानाशाहों को खुश कर सकें ताकि दुनिया सुरक्षित रहे। वह गलत हैं।’ टेक्सास के गवर्नर रिक पेरी ने भी उनका साथ देते हुए कहा, ‘यह प्रशासन पूरी तरह गड़बड़ है। अपनी जिंदगी का सबसे अव्यवस्थित विदेश नीति देख रहा हूं।’ कांग्रेस की महिला सांसद मिशेल बैचमैन ने भी राष्ट्रपति ओबामा की जमकर आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया, ‘राष्ट्रपति ओबामा ने जो सबसे बड़ी गलती की है वह इराक को लेकर किये गये निर्णय से संबंधित है। उन्हें इराक में विरासत में जीत मिल गई। और वह जानबूझकर शांति खोने जा रहे हैं।’

 

 

बैचमैन ने कहा, ‘ईरान के संविधान से बाहर जाने की जरूरत नहीं है जिसमें कहा गया है कि उनका मिशन पूरी दुनिया में जिहाद फैलाना है और इसके बाद पूरी दुनिया में खिलाफत कायम करना है। उनके उद्देश्य एवं उनकी योजना पर ध्यान नहीं देना हमारी मूखर्ता होगी।’ चीन में अमेरिका के पूर्व राजदूत जॉन हंट्समैन ने कहा कि अमेरिका में नयी विदेश नीति की जरूरत है।

 
उन्होंने कहा, ‘हम कहीं न कहीं शीत युद्ध की मानसिकता में बंधे हुए हैं। मैं चाहता हूं कि हमारे पास एक ऐसी विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा नीति हो जो हमारे देश के मुख्य मुद्दों को ध्यान में रखकर बनाया जाए। हम कमजोर हैं। यह अर्थव्यवस्था खंडित है।’ हंट्समैन ने कहा कि उनके राष्ट्रपति बनने पर अमेरिका की विदेश नति आर्थिक नीति से संचालित होगी। (एजेंसी)

First Published: Friday, December 16, 2011, 14:42

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