Last Updated: Monday, January 21, 2013, 14:09

वाशिंगटन: ओबामा ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के साथ ही सोमवार को व्हाइट हाउस में अपनी दूसरी पारी शुरू कर दी।
ओबामा ने सम्पूर्ण औपचारिकता के साथ एक समारोह में दूसरी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली। इस बार के समारोह में हालांकि उतना जोश-खरोश नहीं था, जितना 2009 में था। उस समय लगभग 18 लाख लोग ओबामा के शपथ ग्रहण का साक्षी बनने नेशनल माल में जमा हुए थे, उस ओबामा के लिए जिन्होंने उम्मीद और बदलाव के एक वादे के साथ राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज कराई थी।
वैसे, ओबामा ने आधिकारिक तौर पर अपना दूसरा कार्यकाल रविवार को ही शुरू कर दिया था, जब उन्होंने व्हाइट हाउस के ऑरनेट ब्लू सभाकक्ष में एक छोटे-से समारोह में प्रधान न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स के हाथों शपथ ली थी। इस दौरान उनकी पत्नी मिशेल ओबामा और पुत्रियां- मालिया व सशा साथ थीं।
अमेरिकी संविधान के अनुसार राष्ट्रपति को 20 जनवरी को दोपहर से पहले हर हाल में शपथ ले लेना था। लेकिन इस तारीख को रविवार था, जैसा कि इसके पहले सात अन्य राष्ट्रपतियों के शपथ ग्रहण समारोहों के साथ हुआ था। इसलिए उन्हें सोमवार को कैपिटोल के पश्चिमी द्वार पर दोबारा एक सार्वजनिक समारोह की रस्म पूरी करनी पड़ी।
केन्याई पिता और अमेरिकी मां के पुत्र ओबामा ने जैसे ही अपने दूसरे कार्यकाल के लिए अपने दृष्टिकोण का खाका प्रस्तुत किया, उन्होंने दो बाइबल्स का सहारा लिया। एक बाइबल अब्राहम लिंकन द्वारा अपने पहले शपथ ग्रहण समारोह में 1861 में इस्तेमाल किया गया था, और दूसरा मार्टिल लूथर किंग जूनियर की `ट्रैवेलिंग बाइबल` थी।
दरअसल, ओबामा महसूस करते हैं कि ये दोनों बाइबल दो ऐसे व्यक्तियों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनके कंधों का सहारा लेकर ही वह शपथ ग्रहण के लिए जाते हैं। यह जनवरी महीने का तीसरा सोमवार भी था, जिस दिन किंग के जन्मदिन के उपलक्ष्य में संघीय अवकाश रहता है। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 21, 2013, 14:09