Last Updated: Friday, November 25, 2011, 07:15
काहिरा: मिस्र में सत्तारुढ़ सैन्य परिषद ने पूर्व प्रधानमंत्री कमाल अल-गंजुरी को नया मंत्रिमंडल गठित करने की जिम्मेदारी सौंप दी है, हालांकि सैन्य शासकों के खिलाफ प्रदर्शन अभी भी जारी हैं।
सरकारी मीडिया की खबरों के अनुसार अपदस्थ राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक के शासनकाल में वर्ष 1996 से 1999 तक प्रधानमंत्री के पद पर रह चुके अर्थशास्त्री कमाल सैन्य परिषद् प्रमुख फील्ड मार्शल मुहम्मद हुसैन तंतावी से मुलाकात के बाद नई सरकार के प्रमुख बनने पर राजी हो गए हैं।
सैन्य परिषद ने मंगलवार को कार्यवाहक प्रधानमंत्री एसाम शराफ के मंत्रिमंडल का इस्तीफा मंजूर कर लिया था।
इस साल हुए सत्ता विरोधी प्रदर्शनों के कारण राष्ट्रपति मुबारक के अपदस्थ होने के बाद कमाल ने एक टेलीविजन साक्षात्कार में मुबारक से दूरी बनाने की बात कही थी। इसके बाद फेसबुक पर उन्हें भविष्य में राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बताया गया था।
वर्ष 1933 में जन्मे कमाल ने प्रधानमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल से पूर्व योजना एवं अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्री के पद पर काम किया था। मुबारक के अपदस्थ होने के बाद सोमवार को मिस्र में पहली बार संसदीय चुनाव होने वाले हैं।
उधर फरवरी में सत्ता संभालने वाले सैन्य शासकों ने तुरंत शासन से हटने की प्रदर्शनकारियों की मांग को दरकिनार कर कहा है कि विरोध के बावजूद चुनाव होंगे।
राजधानी काहिरा में कल हुए संवाददाता सम्मेलन में सैन्य परिषद् के मेजर जनरल ममदौह शाहीन ने कहा था कि चुनाव का कार्यक्रम तय योजना के अनुसार चलेगा और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया था कि उनके साथियों की हत्या करने और उन्हें नुकसान पहुंचाने वालों को सजा मिलेगी।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 25, 2011, 13:00