Last Updated: Saturday, October 15, 2011, 17:31
पेरिस : भारत को आज उस समय कर अपवंचना के मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी जब समूह 20 देशों ने औद्योगिक समूहों से कर सूचनाएं जुटाने के उपायों का समर्थन किया। इससे कालेधन का स्वर्ग कहे जाने वाले स्थानों से सूचनाएं पाने में मदद मिलेगी।
जी-20 के देशों के वित्त मंत्रियों द्वारा यहां जारी बयान में कहा गया कि बैठक में विशेष तौर पर व्यापक कर सूचनाओं के आदान-प्रदान के महत्व और संबंधित विभागों को वैश्विक मंच में काम करने के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर दिया गया ताकि वे आकलन कर सकें और इसे बेहतर बनाने के तरीकों को परिभाषित करें।
मुखर्जी के साथ गए एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पहली बार इस बात पर सहमति है कि जी-20 कर संबंधी सूचनाएं प्राप्त करने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करेगा। आर्थिक मामले के सचिव आर गोपालन ने कहा ‘यह भारत के लिए बड़ी जीत है क्योंकि भारत ही इस वाक्य को इसमें शामिल कराने के लिए जिम्मेदार है। हमने ही जी-20 के बयान में पहली बार इसे शामिल कराया।’
मुखर्जी ने अमेरिका, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया और फ्रांस के वित्त मंत्रियों के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठकों में काले धन पर भारत की चिंता को जी-20 के मंच पर लाने की पुरजोर कोशिश की। गोपालन ने कहा कि अगले महीने कान (फ्रांस) में जी-20 के प्रमुखों की बैठक में भी कर चोरी से जुड़ी वैश्विक चिंता जाहिर होने की उम्मीद है।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, October 15, 2011, 23:01