Last Updated: Friday, March 9, 2012, 12:03
इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने आज फिर कहा कि वह भारत के साथ रिश्तों को सामान्य बनाने की दिशा में काम करने के दौरान कश्मीर के अहम मुद्दे को ठंडे बस्ते में नहीं डाल रहा है और दोनों देशों के बीच कोई भी अंतिम समझौता कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं को महसूस करने से जुड़ा हुआ होगा।
विदेश विभाग के प्रवक्ता अब्दुल बासित ने कहा कि जम्मू कश्मीर समस्या कश्मीर के लोगों के लिए है और उनका आत्मनिर्णय करना उनका अभिन्न अधिकार है। इसलिए, इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डालने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता है। भारत के साथ रिश्तों को सामान्य बनाने के दौरान पाकिस्तान की ओर से कश्मीर मुद्दे को अलग-थलग रखने के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बेशक, हम पाकिस्तान-भारत संबंधों को सामान्य करने की राह पर कदम बढ़ा रहे हैं लेकिन अंतिम गंतव्य तक पहुंचना कश्मीरियों की आकांक्षाओं को महसूस करने पर अनिवार्य रूप से निर्भर होगा।
बासित ने कहा कि सियाचिन पर सैन्य गतिरोध एक ऐसा विषय है, जिसपर फिर से शुरू हुई वार्ता प्रक्रिया में चर्चा की जा रही है। गौरतलब है कि 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के चलते रूकी शांति प्रक्रिया भारत और पाकिस्तान ने दो साल पहले बहाल की थी।
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 9, 2012, 17:33