Last Updated: Thursday, August 1, 2013, 17:19

वाशिंगटन : अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के इस्लामाबाद पहुंचने के साथ ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता नहीं करना चाहता। यह बात इस अधिकारी ने ऐसे समय पर कही है जब समझा जा रहा है कि विदेश मंत्री केरी के पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बातचीत के दौरान कश्मीर मुद्दा उठेगा।
अधिकारी ने कहा, ‘हम कश्मीर पर बातचीत में भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करना नहीं चाहते। हालांकि दोनों देश अपने संबंध सामान्य करने के लिए जो भी कदम उठा रहे हैं उनको हमारा समर्थन है।’ उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि आर्थिक पक्ष को लेकर सामान्य स्थिति बनाने पर हुई प्रगति पिछले कुछ वर्षों से बहुत महत्वपूर्ण रही है और इसने राजनीतिक पक्ष को लेकर बेहतर एवं अधिक रचनात्मक बातचीत के लिए मार्ग प्रशस्त किया है। इसलिए हम देखेंगे के यह कहां तक जारी रहता है।’
अधिकारी ने कहा कि केरी ने जून में भारत यात्रा के दौरान भारत और पाकिस्तान से (रिश्तों को सामान्य बनाने की) प्रक्रिया को सतत सरल बनाने तथा पाकिस्तान से भारत को सर्वाधिक तरजीही देश का दर्जा देने जैसे कदम उठाने का आग्रह किया था।
ओबामा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि यह उस बातचीत का हिस्सा है जिसे हम निरंतर जारी रखे हुए हैं। परंतु हम इस प्रक्रिया में बाहरी किरदार हैं। हम कश्मीर पर किसी भी तरह की बातचीत में मध्यस्थ नहीं बनना चाहते।’ उन्होंने कहा कि शरीफ सरकार ने भारत के प्रति सकारात्मक रूख रखने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और भारतीय पक्ष से मिल रहे सहयोग के चलते दोनों देशों के बीच रिश्ते सामान्य बनेंगे।
अमेरिकी विदेश मंत्री केरी कल पाकिस्तान पहुंचे। उनका राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधानमंत्री शरीफ और सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी से मिलने का कार्यक्रम है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 1, 2013, 17:19