Last Updated: Friday, December 14, 2012, 18:15
इस्लामाबाद : पाकिस्तान सरकार को मुम्बई आतंकवादी हमले में शामिल आतंकवादी अजमल आमिर कसाब का शव देश में वापस लाने के लिए उसके परिवार की ओर से कोई अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ है। कसाब को गत महीने भारत में फांसी दे दी गई थी।
विदेश मामलों के लिए संसदीय सचिव पलवाशा खान ने शुक्रवार दोपहर नेशनल असेंबली को बताया कि सरकार को कसाब का शव वापस लाने के लिए उसके परिवार की ओर से कोई अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ है।
कसाब नवम्बर 2008 में मुम्बई पर हमला करने वाले 10 आतंकवादियों के समूह का एकमात्र जीवित सदस्य था। उसे गत महीने पुणे की जेल में फांसी दे दी गई। उसके शव को फांसी के बाद जेल में ही दफना दिया गया।
पाकिस्तान सरकार ने इससे पहले यह स्वीकार किया था कि कसाब उसका नागरिक था तथा मुम्बई आतंकवादी हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई।
प्रश्नकाल के दौरान खान ने एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि पाकिस्तान ने जनवरी के बाद से मछुआरों सहित 783 भारतीय कैदियों को रिहा किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार को भारत से पाकिस्तानी कैदियों की रिहायी में ‘काफी समस्याओं’ का सामना करना पड़ता है और इस मामले को भारतीय अधिकारियों के साथ हर मंच पर उठाया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि विदेशी जेलों में कुल 8715 पाकिस्तानी कैदी बंद हैं। इनमें से 2373 कैदी सउदी अरब में, 1334 यूएई में, 1416 ब्रिटेन में, 403 भारत में, 350 अफगानिस्तान में और 99 अमेरिका में बंद हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, December 14, 2012, 18:15