Last Updated: Wednesday, February 27, 2013, 20:55
गजनी : अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सेना की एक बस को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती हमले और चेक पुलिस प्वाइंट पर हुए तालिबान हमले में आज कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई । सूर्योदय से पहले गजनी प्रांत में अफगान स्थानीय पुलिस (एपीएल) के चेक प्वाइंट पर हुए हमले के संबंध में जानकारियां अभी भी संदेहास्पद हैं । अधिकारियों का कहना है कि वे जांच कर रहे हैं कि उग्रवादी सुरक्षा को धत्ता बताकर अंदर कैसे घुसे ।
एपीएल के राष्ट्रीय कमांडर जनरल अलीशाह अहमदजई ने बताया कि गजनी के अंदर जिले में तालिबान के खिलाफ लड़ने वाले 10 पुलिसकर्मी और पांच या छह गांववासी इस हमले में मारे गए। उन्होंने कहा, ‘‘प्राथमिक सूचना से ऐसा लगता है कि पहले उन्हें जहर दिया गया है फिर गोली मारी गई है लेकिन हमें जांच टीम की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार है ।’’ पहचान गुप्त रखने की शर्त पर दो अन्य प्रांतीय अधिकारियों ने बताया कि हमले में मारे गए सभी 16 लोग पुलिसकर्मी हैं ।
इन्हीं अधिकारियों ने बताया कि तालिबान ने इन सभी को गोली मारने से पहले जहर दिया था और उनके हथियार भी छीन लिए थे । प्रांतीय गवर्नर मूसा खान अकबरजादा ने बताया कि हमले में 17 लोग मारे गए हैं जिनमें सात आम नागरिक हैं । उन्होंने बताया कि घटना की जांच के लिए एक टीम रवाना कर दी गई है ।
दूसरी घटना के संबंध में काबुल पुलिस के प्रवक्ता हस्मतुल्ला स्तानीकजई ने बताया कि सेना की बस को सुबह करीब सात बजकर 10 मिनट पर बम हमले का निशाना बनाया गया । उन्होंने बताया कि हमले में रक्षा मंत्रालय के छह सदस्य और चार आम नागरिक घायल हुए। एक प्रत्यक्षदर्शी ने ‘टीओएलओ टीवी’ को बताया कि हमलावर से खुद को बर्फ से बचाने के लिए छाता लिया हुआ था । तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एएफपी को बताया कि 17 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं और 17 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 27, 2013, 20:55