Last Updated: Friday, February 24, 2012, 05:05
काबुल: अफगानिस्तान में विदेशी सैनिकों द्वारा पवित्र कुरान की प्रतियां जलाने के खिलाफ बीते तीन दिन से चल रहे विरोध-प्रदर्शनों में यहां अब तक कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक अफगानिस्तान के लोग बीते तीन दिन से विभिन्न प्रांतों में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस व प्रदर्शनकारियों की मुठभेड़ों में कम से कम 15 लोग मारे गए हैं और दर्जनों घायल हुए हैं।
काबुल से 50 किलोमीटर दूर स्थित बगराम के अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर मंगलवार को कुरान की प्रतियां जलाने की खबर आने के बाद से विरोध-प्रदर्शन शुरू हुए। नाटो ने एक दिन पहले ही कचड़े का एक ट्रक भेजा था, जिसमें कुरान की प्रतियां थीं। इस कचड़े को बगराम में एक गड्ढ़े में जला दिया गया था, जिसके साथ पवित्र कुरान की प्रतियां भी जल गईं। तब से देशभर में प्रदर्शन जारी हैं।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गुरुवार को इस घटना के लिए माफी मांगी। राष्ट्रपति हामिद करजई ने एक पत्र में कहा है कि ओबामा ने कहा है कि इस घटना को जानबूझ कर अंजाम नहीं दिया गया। ओबामा ने घटना की पूरी जांच का आश्वासन दिया है। करजई ने अपने देशवासियों से शांति बनाए रखने व हिंसा न करने की अपील की है। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 24, 2012, 10:35