Last Updated: Sunday, July 8, 2012, 20:27

टोक्यो : 26/11 आतंकवादी हमले मामले में कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाते हुए भारत ने रविवार को कहा कि सिर्फ आतंकवाद मुक्त वातावरण में ही सामान्य द्विपक्षीय रिश्ते संभव हैं। साथ ही भारत ने उचित परिवेश बनाने की जरूरत पर भी बल दिया।
विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा ने पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार के साथ 30 मिनट की बैठक में 26/11 के साजिशकर्ताओं को कानून के शिकंजे में लाने के लिए कार्रवाई करने के महत्व को भी रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि भारत ने हमले में शामिल लोगों के खिलाफ अतिरिक्त ठोस सबूत भी मुहैया कराए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ‘अफगानिस्तान पर सम्मेलन’ से इतर खार से मुलाकात के दौरान कृष्णा ने लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद द्वारा भारत के खिलाफ प्रचार करने का मुद्दा भी उठाया।
उन्होंने बताया कि दोनों मंत्रियों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में ‘स्पष्ट और साकारात्मक वार्ता’ हुई । दोनों ने नई दिल्ली में दो दिन पहले संपन्न हुई विदेश सचिव स्तर की वार्ता के परिणामों के बारे में अपने-अपने आकलन से भी एक-दूसरे को अवगत कराया।
विदेश सचिव स्तरीय वार्ता के दौरान विदेश सचिव रंजन मथाई ने अपने पाक समकक्ष जलील अब्बास जिलानी के साथ जुंदाल से प्राप्त की गई सूचनाओं को साझा किया था। जुंदाल ने बताया है कि 2008 के मुंबई हमले के समय वह सईद के साथ पाकिस्तान स्थित नियंत्रण कक्ष में था।
मथाई ने जुंदाल को रियासत अली के नाम से जारी पाकिस्तानी पासपोर्ट और पाकिस्तान के घरेलू पहचान पत्र के बारे में भी सूचनाएं साझा कीं जो मुंबई हमले में पाकिस्तानी सरकारी एजेंसियों की संलिप्तता की ओर संकेत करती हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया, कृष्णा ने मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं को कानून के शिकंजे में लाने और आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात को दोहराया। उन्होंने जोर दिया कि दोनों देशों में संबंध केवल आतंकवाद मुक्त वातावरण में ही सामान्य हो सकते हैं।
खार ने भारत को आश्वासन दिया कि पाकिस्तान की नई सरकार पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी द्वारा भारत के साथ संबंधों को सुधारने के वादे के लिए प्रतिबद्ध है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 8, 2012, 20:27