कैलिफोर्निया के स्कूलों में योग शिक्षा की अनुमति

कैलिफोर्निया के स्कूलों में योग शिक्षा की अनुमति

कैलिफोर्निया के स्कूलों में योग शिक्षा की अनुमति वाशिंगटन : एक अमेरिकी अदालत ने दक्षिण कैलिफोर्निया जिला स्कूल के पाठ्यक्रम में योग की शिक्षा को शामिल करने की अनुमति दे दी है। अदालत ने छात्रों के माता पिता द्वारा दायर उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था यह प्राचीन भारतीय अभ्यास हिंदू धार्मिक मान्यताओं को बढ़ावा दे रहा है। सैन डियागो सुपीरियर कोर्ट के न्यायधीश जॉन मेयेर ने सोमवार को अपने फैसला में कहा कि एंसिनीतास यूनियन स्कूल डिस्ट्रिक्ट का योग कार्यक्रम किसी विशेष धर्म को समर्थन नहीं देता है।

सैन डियागो के इस स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों के एक वर्ग ने याचिका दायर कर कहा था कि स्कूल अष्टांग योग के जरिए धार्मिक मान्यताओं को बढ़ावा दे रहा है। ‘द नेशनल सेंटर फॉर लॉ एंड पॉलिसी’ ने अभिभावकों की ओर से यह कानूनी याचिका दायर की थी।इस याचिका को खारिज करते हुए मेयेर ने योग के भारतीय मूल और दर्शन के बारे में बताते हुए अपने फैसले की लगभग दो घंटे तक व्याख्या की। जोइस फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित एंसिनीतास के इस आधे घंटे के योग कार्यक्रम में छात्रों को सक्रिय बनाए रखने के लिए उन्हें बुनियादी विश्राम तकनीक के अलावा आसन और प्राणायाम अ5यास कराए जाते हैं।


जोइस फाउंडेशन ने हिंदू दर्शन पर आधारित मोक्ष एवं मुक्ति के परम लक्ष्य वाले अ5यास अष्टांग योग का प्रस्ताव दिया था, लेकिन सरकारी स्कूल के लिए इस कार्यक्रम से आध्यात्मिक शिक्षा, मंत्रोच्चार और यहां तक की संस्कृत भाषा को भी हटा दिया है। उदाहरण के लिए, अष्टांग के कमल आसन का नाम बदलकर इसे ‘क्रिसक्रॉस एप्पलसाउस’ रखा गया है। एंसिनीटास में पढ़ने वाले छात्र के माता पिता स्टिफेन और जेनिफर सेडलॉक के वकील डीन ब्रोएलेस ने कहा है कि वह इस मामले में दोबारा अपील करेंगे। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, July 3, 2013, 14:51

comments powered by Disqus