Last Updated: Thursday, August 25, 2011, 07:05
त्रिपोली.लीबिया में विद्रोहियों ने मुअम्मर गद्दाफी के सिर साढ़े सात करोड़ का इनाम रखा है. इसमें कहा गया है कि गद्दाफी को जिंदा या मुर्दा पकड़ने पर 10 लाख पाउंड यानी साढ़े सात करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा.
जब से विद्रोहियों की सेना राजधानी त्रिपोली में आई है, गद्दाफी लापता हैं और ऐसी आशंका है कि वह लीबिया की सबसे लंबी सुरंग में छिपे हो सकते हैं.
अब ऐसी खबर आ रही है कि लीबिया संघर्ष की कवरेज करने वाले विदेशी पत्रकारों को गद्दाफी के वफादारों ने बंदी बना लिया है. बिजली और पानी की आपूर्ति काट दिए जाने के बीच लगभग 30 पत्रकार होटल रिक्सोस के पहले तल मौजूद हैं. राजधानी में जश्न के रूप में गोलियां चल रही हैं.
वहीं सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि त्रिपोली विद्रोहियों के हाथों में नहीं जा रहा है. होटल की दीवारों पर गोलियां लगने के बाद पत्रकारों ने एक बैनर टांग दिया है. इस पर लिखा है कि टेलीविजन, प्रेस, गोली मत चलाइए.
उधर गद्दाफी ने सरकारी चैनल पर एक ऑडियो संदेश में कहा है कि नाटो और विद्रोहियों से लड़ते हुए वह या तो शहीद होंगे या विजयी. गद्दाफी समर्थक चैनल अल-उरूबाह ने यह टेप बुधवार सुबह जारी किया है. इसमें उन्होंने कहा है कि बाब अल-अजीजिया से हटना एक चालाकी भरा कदम था.
गद्दाफी का कहना था कि नाटो ने उनके घर पर 64 हवाई हमले किए. वो अपनी मर्जी से त्रिपोली से हटे और अब नहीं लगता त्रिपोली पर कोई संकट है.
वहीं सरकार के प्रवक्ता मूसा इब्राहिम ने कहा, लीबिया धधकते हुए ज्वालामुखी में बदल जाएगा और घुसपैठिए अपने कदमों तले आग महसूस करेंगे. उन्होंने कहा कि 6000 स्वयंसेवी कर्नल गद्दाफी के समर्थन में लड़ने के लिए तैयार हैं.
First Published: Thursday, August 25, 2011, 12:35