Last Updated: Tuesday, August 7, 2012, 17:56
वाशिंगटन : जांचकर्ता यह पता करने की कोशिश में जुटे हुए हैं कि वह कौन-सा कारण था, जिसने हमलावर वेडे माइकल पेज को मिलवौकी उपनगर स्थित गुरुद्वारे पर हमला करने के लिए उकसाया। इस बीच मीडिया रिपोर्टों में उसे एक श्वेत कट्टरपंथी बताया गया है, जिसने एक नस्लीय रॉक बैंड में हिस्सा लिया था।
एक रिपोर्ट के अनुसार, गंजे पेज ने अपने बाजू पर जिस सेल्टिक क्रॉस का टैटू लगाया था, वह श्वेत कट्टरपंथी संगठनों का प्रतीक है। वह इंड एपैथी नामक एक श्वेत रॉक बैंड का कई वर्षों तक प्रमुख कर्ताधर्ता रहा है। 1992 में सेना में शामिल होने के बाद पेज को सबसे पहले विमान रोधी प्रक्षेपास्त्र प्रणाली हॉक के लिए एक मैकेनिक के रूप में प्रशिक्षण दिया गया। उसके बाद उसे एक मनौवैज्ञानिक युद्ध विशेषज्ञ के रूप में प्रशिक्षित किया गया। अनाचार के कारण सेना से निकाले जाने से पहले वह सर्जेट के पद तक प्रोन्नत हुआ था।
मिलवौकी के जर्नल सेंटिनेल ने एक रपट में कहा है कि अप्रैल 2010 में पेज द्वारा दिए गए एक साक्षात्कार से इस बात का खुलासा होता है कि वह एक ऐसा व्यक्ति था जो उन स्थितियों में अपने को बहुत असहज स्थिति में महसूस करता था, जब हमारे बीमार समाज में कोई सकारात्मक परिणाम देने की बात सामने आती थी। यह साक्षात्कार उसने इंड एपैथी के प्रचार के सिलसिले में दिया था।
जर्नल सेंटिनेल ने कहा है कि इंड एपैथी के माईस्पेस पृष्ठ पर मौजूद पांच गीतों के साथ ही यह साक्षात्कार पेज के विचारों से परिचय कराते हैं। सोमवार अपराह्न् में माईस्पेस पृष्ठ को निष्क्रिय किए जाने तक ये पांचों गीत उस पृष्ठ पर मौजूद थे। पेज ने साक्षात्कार में कहा था कि उसकी भावनाओं ने उसे `सेल्फ डिस्ट्रक्ट`, `यूजफुल इडियट्स`, `सबमिशन` और `इनसिगनिफिकेंट` जैसे गीतों के लिए प्रेरित किया था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 7, 2012, 17:56