गुरुद्वारा गोलीबारी : हमलावर से भिड़े कालेका

गुरुद्वारा गोलीबारी : हमलावर से भिड़े कालेका

न्यूयार्क : विस्कोन्सिन स्थित गुरुद्वारे में जब पूर्व अमेरिकी सैनिक ने अंधाधुंध गोलीबारी की तो गुरुद्वारे के 65 वर्षीय मुख्य ग्रंथी ने दर्जनों महिलाओं और बच्चों की जान बचाने के लिए हमलावर से अपनी कृपाण के सहारे लोहा लिया।

गुरुद्वारे के मुख्य ग्रंथी सदवंत सिंह कालेका का यह संघर्ष ज्यादा देर तक नहीं चल सका क्योंकि हमलावर वेड माइकल पेज ने अपनी नौ मिलीमीटर पिस्तौल से कालेका की निदर्यतापूर्वक हत्या कर दी।

मीडिया की खबरों के अनुसार, कालेका के पराक्रम की वजह से ही हमलावर की गतिविधि धीमी पड़ गई जिससे महिलाओं और बच्चों को हमलावर के सामने से बच कर कमरों में छिपने का समय मिल गया।

हमले के समय लंगर की तैयारी कर रहे महिलाएं और बच्चे हमलावर के ठीक सामने थे पर कालेका के साहस भरे प्रयास के चलते हमलवर पेज धीमा पड़ गया। कालेका को अब पूरा विस्कोन्सिन एक नायक मान रहा है।

उनके बेटे अमरदीप कालेका ने कहा, जिस जगह के निर्माण के लिये वह समर्पित थे उसे बचाने के लिए उन्होंने साहस का परिचय दिया।
उन्होंने कहा कि जितनी देर कालेका ने संघर्ष किया उससे महिलाओं को छिपने का समय मिल गया। कालेका के रिश्तेदारों ने बताया कि उन्हें ओक क्रीक के गुरुद्वारे का संस्थापक माना जाता था।

इसके बाद चली मुठभेड़ में पुलिस ने उसे मार गिराया। इस दौरान एक पुलिस अधिकारी भी बुरी तरह जख्मी हो गया।
कालेका और उनका परिवार 1982 में भारत से अमेरिका गया था। उन्होंने वहां सफल व्यवसाय स्थापित किया और ओक क्रीक गुरुद्वारे के निर्माण में अहम भूमिका निभायी थी। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, August 7, 2012, 16:09

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