Last Updated: Thursday, February 7, 2013, 19:10

बीजिंग : पाकिस्तान के रणनीतिक ग्वादर बंदरगाह का कामकाज मैत्रीपूर्ण सहयोग के तहत अपने हाथों में लेने के फैसले का बचाव करते हुए चीन ने बुधवार को भारत द्वारा जताई गई चिंताओं और वहां नौसैन्य अड्डा बनाने की योजना पर चुप्पी साध ली।
यह पूछे जाने पर कि चीन की सरकारी कंपनी बंदरगाह का संचालन अपने हाथों में कब से लेगी, चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुंगयिंग ने कहा कि चीन तब तक पाकिस्तान में परियोजनाओं का समर्थन करेगा जब तक वे द्विपक्षीय मित्रता और विकास में हितकारी हैं।
हुआ ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन और पाकिस्तान पडोसी मित्र हैं। लंबे समय से चीन की कंपनियों ने कई आपसी परियोजनाओं में सक्रियता से भाग लिया है। उन्होंने कहा कि जब तक ये चीजें चीन और पाकिस्तान की दोस्ती और देश की समृद्धता के विकास में हितकारी हैं, चीनी पक्ष उनकी सक्रियता से मदद करेगा।
उन्होंने इस सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया कि पाकिस्तान के नौसैन्य अड्डा बनाने के अनुरोध पर क्या चीन की कोई योजना है। हुआ ने भारत के रक्षा मंत्री एके एंटनी की चीन द्वारा बंदरगाह का संचालन अपने हाथ में लेने संबंधी चिंताओं के बारे में किये गये सवाल का जवाब नहीं दिया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 7, 2013, 19:10