Last Updated: Friday, February 17, 2012, 08:54
वाशिंगटन: अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने एक बार फिर यह दावा किया कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रामक नीति का सामना करने के लिए भारत अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहा है। अमेरिकी अधिकारियों ने पिछले एक पखवाड़े से भी कम समय में दूसरी बार ऐसा दावा किया है।
अमेरिका के रक्षा खुफिया एजेंसी के निदेशक रोनाल्ड एल बर्गेस ने सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के सामने कहा, ‘भारत-चीन सीमा पर स्थिति शांत है। हालांकि भारत ने चीन के सैन्य सुधारों पर ध्यान केंद्रित रखा है और अपनी सैन्य क्षमताओं को बेहतर कर रहा है।’
बर्गेस ने सीनेट सदस्यों से कहा, ‘भारत अपने अतिरिक्त सैन्य बल को बेहतर कर रहा है। सैन्य क्षमताओं में सुधार कर रहा है और उसने चीन के खिलाफ आधुनिक लड़ाकू विमान तैनात किए हैं। भारत अपने बैलिस्टिक मिसाइल की विश्वसनीयता और क्षमताओं की पृष्टि करने और इसे बेहतर करने के लिए नियमित अंतराल पर परमाणु क्षमता संपन्न मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है।’
उन्होंने कहा कि भारत परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम 6,000 किलोमीटर की दूरी की मारक क्षमता वाले अंतरमहाद्विपीय बैलिस्टिक मिसाइल का विकास करने का दावा कर रहा है।
राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी के निदेशक जेम्स क्लैपर ने कहा, ‘दोनों देश तनाव को कम करने के लिए सार्वजनिक तौर पर बयान जारी करते हैं। हमें लगता है कि भारत दोनों देशों के विवादास्पद सीमा को लेकर चीन के रवैये और हिन्द महासागर एवं एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रामक रणनीति को लेकर चिंतित है।’
(एजेंसी)
First Published: Saturday, February 18, 2012, 09:28