Last Updated: Saturday, March 23, 2013, 11:15

वाशिंगटन : चीन ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत स्थित चाश्मा में तीसरा परमाणु रिएक्टर के निर्माण के लिए पाकिस्तान के साथ एक गुप्त समझौता किया है। अमेरिका के ओबामा प्रशासन ने कहा है कि इससे अंतरराष्ट्रीय परमाणु रोधी हथियार समझौते में चीन द्वारा किया गये वादे का उल्लंघन होगा।
द वाशिंगटन फ्री बेकन ने कहा, ‘‘अमेरिका के गुप्तचर एवं राजनयिक अधिकारियों के अनुसार चाश्मा तीन रिएक्टर समझौते पर हस्ताक्षर बीजिंग में हाल में पाकिस्तान परमाणु उर्जा आयोग के एक प्रतिनिधिमंडल की 15 से 18 फरवरी के बीच चीन यात्रा के दौरान किया गया।’’ अमेरिकी वेबसाइट ने कहा कि समझौते के तहत चीन के सरकारी चाइना नेशनल न्युक्लियर कापरेरेशन (सीएनएनसी) चाश्मा में एक हजार मेगावाट क्षमता का एक उर्जा संयंत्र का निर्माण करेगा जहां पूर्व में चीन के दो रिएक्टरों का निर्माण हो चुका है।
पाकिस्तान या चीन की ओर से इस खबर की कोई पुष्टि नहीं की गई। वहीं द वाशिंगटन फ्री बेकन ने यह खुलासा अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अज्ञात अधिकारी के हवाले से किया। अधिकारी ने कहा कि चीन का ऐसा समझौता करना उसके अंतरराष्ट्रीय वादे का उल्लंघन होगा।
चीन वर्ष 2005 में परमाणु आपूर्ति समूह :एनएसजी: में शामिल हुआ था और उसने पाकिस्तान को पूर्व में बेचे गए दो परमाणु रिएक्टरों के अतिरिक्त और रिएक्टर नहीं बेचने पर सहमति जतायी थी। एनएसजी दिशानिर्देश के तहत चीन को ऐसे किसी देश को परमाणु साम्रगी की बिक्री करने की इजाजत नहीं है जो कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी (आईएईए) का हिस्सा नहीं है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया, ‘‘एनएसजी में शामिल देशों की सरकारों ने एनएसजी के गत कई पूर्ण सत्रों के दौरान चीन के पाकिस्तान के साथ परमाणु सहयोग विस्तारित करने के मुद्दे पर चर्चा की है’’ अधिकारी ने ‘द वाशिंगट फ्री बेकन’ से कहा, ‘‘हमें इस बात को लेकर चिंता है कि चाश्मा में नये रिएक्टर का हस्तांतरण उस सहयोग से परे होगा जिसकी मंजूरी चीन को उस समय मिली थी जब उसे एनएसजी की सदस्यता प्रदान की गई थी।’’ ‘द वाशिंगट फ्री बेकन’ ने कहा है कि संभावना है कि अमेरिका एनएसजी की जून में आगामी बैठक में इस बिक्री का विरोध करेगा। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 23, 2013, 11:15