Last Updated: Monday, March 26, 2012, 16:02
बीजिंग : भारत और चीन के बीच नौवहन सहयोग समझौता होने के कई दिन बाद बीजिंग ने नई दिल्ली के साथ व्यापक सैन्य रिश्तों का समर्थन किया है और कहा कि इस तरह का आदान प्रदान दोनों देशों के बीच ‘विश्वास ’ मजबूत करने मददगार होगा। चीन के विदेश मंत्रालय के एशियाई विभाग के उप महानिदेशक सुन वेइडोंग ने कहा कि हमारी सेनाओं के बीच आदान प्रदान एक दूसरे के साथ और ज्यादा विश्वास तथा भरोसा बनाने में मदद करेगा। उनकी टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब राष्ट्रपति हू जिंताओ बुधवार से शुरू हो रहे चार देशों के समूह ब्रिक्स के शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिये नई दिल्ली की यात्रा पर जा रहे हैं।
सुन ने कहा कि हमारी सेनाओं के लोग सैन्य सहयोग और यात्राओं के आदान प्रदान के प्रति सकारात्मक हैं। मैं समझता हूं चीन और भारत रणनीतिक सहयोगी हैं। सैन्य आदान और सहयोग भागीदारी का हिस्सा है। अगस्त 2010 में जम्मू कश्मीर के उधमपुर में तैनात भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी को बीजिंग की आधिकारिक यात्रा के लिये अनुमति देने से चीन के इंकार के बाद भारत ने चीन के साथ सैन्य आदान प्रदान को निलंबित कर दिया था।
(एजेंसी)
First Published: Monday, March 26, 2012, 21:32