Last Updated: Tuesday, June 5, 2012, 10:54
वाशिंगटन : अमेरिका के वरिष्ठ सांसदों ने कहा है कि बीजिंग के थ्येनआनमेन चौक पर हुए नरसंहार के 23 साल बाद भी चीन में मानवाधिकारों और लोकतंत्र की स्थिति नहीं बदली है। ‘हाउस फारेन अफेयर्स कमेटी’ की प्रमुख इलेना रोस लेटिनेन ने थ्येनआनमेन चौक नरसंहार की 23वीं बरसी के मौके पर जारी बयान में कहा, जहां तक बात मानवाधिकारों और लोकतंत्र की है, तो बीते 23 वर्षों में चीन में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, सर्वाधिकारवादी शासन ने थ्येनआनमेन चौक नरसंहार के बारे में जानकारी पर बंदिश लगाने, वहां मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने की परंपरा को खत्म करने तथा उस भयावह कार्रवाई की यादों को मिटाने का पूरा प्रयास किया। इलेना ने कहा, इसके बावजूद हमारी याददाश्त खत्म नहीं हीगी। हमारे विचार और प्रतिबद्धताएं उन बहादुर लोगों के साथ बनी रहेंगी जिन्होंने चीन के शासन के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत दिखाई थी। वहां लोग आज भी अपने बुनियादी अधिकारों के लिए खड़े हुए हैं।
अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य इलेना ने कहा कि लोगों के खिलाफ चलाए जा रहे मुकदमों को खत्म किया जाना चाहिए और लोगों को आजादी देने के साथ ही थ्येनआनमेन चौक पर नरसंहार के बारे में पारदर्शी ब्यौरा मुहैया कराया जाना चाहिए। डेमोक्रेट नेता नैंसी पेलोसी ने कहा, चीन की सरकार को तत्काल और बिना शर्त उन बंदियों को रिहा करना चाहिए, जिन्हें अपनी अभिव्यक्ति की आजादी की मांग करने पर बंद किया गया है।
उधर, अमेरिका के कई वरिष्ठ सीनेटरों जोसेफ लिबरमैन, जेम्स इनहोफे, जॉन किल, जॉन एस मैक्केन, रॉबर्ट मेनेंडेज और जिम वेब ने चीन के बागी फांग लिजी के सम्मान में एक प्रस्ताव पेश किया। उनका इसी साल छह अप्रैल को निधन हो गया था (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 5, 2012, 10:54