चीन: शि और ली चुने गए CPC की सेंट्रल कमेटी के सदस्य, Xi Jinping and Li Keqiang

चीन: शि और ली चुने गए CPC की सेंट्रल कमेटी के सदस्य

चीन: शि और ली चुने गए CPC की सेंट्रल कमेटी के सदस्य बीजिंग : चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने आज देश का शासन चलाने के लिए नेताओं की नयी पीढ़ी का चुनाव कर लिया है। इनमें शि जिनपिंग और ली के छियांग को सीपीसी के केन्द्रीय समिति का सदस्य चुना गया है। यह अगले पांच वर्ष तक देश का शासन चलाएंगे। सीपीसी की 18वीं केन्द्रीय समिति कल पोलित ब्यूरो, पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति और महासचिव का चुनाव करेगी।

आठ नवंबर से बंद कमरे में चल रही सीपीसी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस में 2,307 प्रतिनिधि और विशेष आमंत्रित प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसका आयोजन बीजिंग के ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में किया गया था। इसमें प्रतिनिधियों ने सीपीसी की 17वीं केन्द्रीय समिति की रिपोर्ट, ‘सेन्ट्रल कमीशन फॉर डिसिप्लीन इंस्पेक्शन’ की कार्य रिपोर्ट और सीपीसी के संविधान संशोधन से संबंधित मामलों पर प्रस्ताव पारित किए।

सीपीसी के महासचिव और चीन के राष्ट्रपति हु जिंताओ ने समापन भाषण में कहा, कांग्रेस ने पार्टी की नयी केन्द्रीय समिति का चुनाव किया है और पुराने नेतृत्व की जगह नए नेताओं को लाया है। उन्होंने कहा, हमें विश्वास है कि मंजूर किए गए सभी निर्णय और योजनाएं और कांग्रेस में मिली सभी उपलब्धियां चीनी लक्षणों वाले समाजवाद के सर्वांगिण विकास की ओर मार्ग प्रशस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी ।
केन्द्रीय समिति सीपीसी का शीर्ष संगठन है और इसके ज्यादातर सदस्य पार्टी, सरकार या सेना के वरिष्ठ लोग होते हें। इस समिति में 370 से ज्यादा सदस्य हैं। समिति कल पोलित ब्यूरो और उसकी स्थायी समिति का चुनाव करेगी। सीपीसी वर्ष 1949 में पीपुल्स रिपब्लिक के गठन के बाद से ही चीन में शासन कर रही है। सीपीसी दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है और इसकी सदस्य संख्या आठ करोड़ से भी ज्यादा है।

केन्द्रीय समिति की बैठक प्रतिवर्ष होती है जिसमें बड़े नीतिगत निर्णय लिए जाते हैं और यह देश के सबसे शक्तिशाली लोगों का चुनाव और नियुक्ति करती है। इसके बाद समिति चीन में निर्णय लेने वाली शीर्ष संस्था पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति का चुनाव करेगी। देश के नए राष्ट्रपति समेत अन्य सभी महत्वपूर्ण पदों के बारे में खुलासा कल किया जाएगा।

चीन वर्ष 2010 में अमेरिका के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया था और वह लगातार वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। संभावना है कि शि को सीपीसी का नया महसचिव और राष्ट्रपति चुने जाएंगे और ली देश के नए प्रधानमंत्री बनेंगे।

इस बात की पूरी संभावना है कि शि मार्च 2013 से चीन के राष्ट्रपति हु जिंताओ की जगह लेंगे । 59 वर्षीय शि सीपीसी के 17वीं केन्द्रीय समिति के पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति के सदस्य, उपराष्ट्रपति और सीपीसी सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष हैं। 57 वर्षीय ली भी सीपीसी के 17वीं केन्द्रीय समिति के पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति के सदस्य और उपप्रधानमंत्री हैं।

सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ की खबर के अनुसार, समापन समारोह के दौरान चीन के शीर्ष नेता मौजूद थे। इनमें राष्ट्रपति और सीपीसी के महासचिव हू जिंताओ, जिआंग जेमिन, वु बांगुओ, वेन जिआबाओ, जिआ किंगलिन, ली छांगचुन, ली जिनपिंग, ली केकुइयांग, हे गुक्आिंग और झोउ योंगकांग प्रमुख थे। बैठक की अध्यक्षता हू ने की। चीन के शीर्ष नेतृत्व में बदलाव दस वर्ष में एक बार होता है।

कांग्रेस के समापन सत्र में पार्टी के भीतर अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार के मामलों पर नजर रखने के लिए नयी ‘सेन्ट्रल कमीशन फॉर डिसिप्लीन इंस्पेक्शन’ का चुनाव किया जाएगा। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, November 14, 2012, 13:49

comments powered by Disqus