Last Updated: Wednesday, November 14, 2012, 13:00

इस्लामाबाद : राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा है कि पाकिस्तान भारत के साथ ‘‘मैत्रीपूर्ण, सहयोगात्मक और अच्छे पड़ोसी के संबंध’’ चाहता है, साथ ही जरदारी ने सामाजिक क्षेत्र के विकास और विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और सामुदायिक विकास पर अधिक ध्यान दिए जाने के लिए ‘‘विकास के बिहार मॉडल’’ की सराहना की। उन्होंने कहा, आपसी लाभ के लिए दोनों के बीच सहयोग बढ़ाने की असीमित संभावनाएं हैं।
जरदारी ने पाक यात्रा पर आए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके प्रतिनिधिमंडल के सम्मान में बीती रात दिए गए विशेष दीवाली भोज के दौरान यह टिप्पणी की। जरदारी ने कहा, हम क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए सभी लंबित विवादों का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं। भारत के साथ जारी मौजूदा वार्ता पर संतोष जाहिर करते हुए जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान के मुख्य धारा के राजनीतिक दलों के बीच यह आम सहमति है कि भारत के साथ पाकिस्तान को अच्छे पड़ोसियों वाले संबंध बनाने चाहिए।
नीतीश कुमार और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए जरदारी ने दीवाली की शुभकामनाएं देने के साथ ही कहा कि दोनों देशों के बीच इस प्रकार का संसदीय आदान प्रदान बेहद उत्साहवर्धक है और इससे दोनों देशों की जनता के बीच संबंधों को गहरा बनाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों को शिक्षा , स्वास्थ्य और सामुदायिक विकास के क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं तलाशनी चाहिए।
जरदारी ने कहा कि दोनों पक्षों को राष्ट्रीय संसदों की तर्ज पर अपनी अपनी प्रांतीय असेम्बलियों में मैत्री समूह स्थापित करने पर विचार करना चाहिए क्योंकि इससे सांसदों और विधायकों के बीच आपसी समझ को विस्तार देने में मदद मिलेगी। भारतीय अधिकारियों ने बताया कि जरदारी को जब यह पता चला कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ उनकी मुलाकात संयोग से हिंदू दीपावली पर्व के मौके पर हो रही है तो उन्होंने नीतीश कुमार तथा उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल के लिए विशेष दीवाली रात्रिभोज आयोजित करने का फैसला किया। नीतीश कुमार और उनके प्रतिनिधिमंडल को पहले शाम के समय राष्ट्रपति भवन में जरदारी से मिलना था और उसके बाद विदेश मंत्रालय द्वारा एक औपचारिक रात्रिभोज आयोजित करने का कार्यक्रम था।
ऐसे में राष्ट्रपति का फैसला पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की अगुवाई वाली सरकार द्वारा नीतीश कुमार की यात्रा को दिए जाने वाले महत्व का परिचायक है। जरदारी ने भारत के साथ बेहतर संबंधों को आगे बढ़ाने में निजी तौर पर दिलचस्पी दिखायी है, खासतौर से उन्होंने व्यापार और वाणिज्य को विशेष तव्वजो दी है। प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ के विशेष सहायक फवाद चौधरी ने यह बात कही।
रात्रिभोज में कार्यवाहक भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले, राज्यसभा सदस्य एन के सिंह , विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार, राष्ट्रीय समरसता मंत्री पाल भट्टी तथा पाकिस्तान के अन्य वरिष्ठ मंत्री शामिल थे। नीतीश कुमार के साथ बातचीत के दौरान जरदारी ने ‘‘बिहार की समृद्ध संस्कृति और सभ्यता विरासत की भी सराहना की और कहा कि बिहार सरकार के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने से दोनों पक्षों को लाभ होगा। जरदारी ने सामाजिक क्षेत्र के विकास और विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और सामुदायिक विकास पर अधिक ध्यान दिए जाने के लिए ‘‘विकास के बिहार माडल’’ की सराहना की।
जरदारी ने इस मौके पर ‘बेनजीर आय सहायता कार्यक्रम’ का जिक्र किया जो उनकी दिवंगत पत्नी और देश की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के नाम पर शुरू की गयी गरीबी हटाओ योजना है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारतीय प्रशासन के साथ अपने गरीबी उन्मूलन और बेरोजगारी उन्मूलन कार्यक्रमों से जुड़े अनुभवों को साझा करके खुश होगा।
इस मौके पर नीतीश कुमार ने गर्मजोशीपूर्ण स्वागत के लिए राष्ट्रपति का आभार व्यक्त किया और कहा कि भारतीय जनता पाकिस्तानियों के साथ मैत्रीपूर्ण अच्छे संबंधों को प्रोत्साहित करने की इच्छुक है। बिहार के मुख्यमंत्री एक सप्ताह की यात्रा पर शुक्रवार को पाकिस्तान गए थे । इस दौरान वह ऐतिहासिक स्थल मोहनजोदाड़ो और एक प्राचीन हिंदू मंदिर में भी गए और सिंध में हिंदू पंचायत को संबोधित किया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 14, 2012, 13:00