Last Updated: Sunday, October 30, 2011, 13:29
नई दिल्ली : डरबन में होने वाली वैश्विक जलवायु परिवर्तन वार्ता के एक माह पूर्व बेसिक देशों (ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, भारत एवं चीन) के मंत्री महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण पर विचार करने के लिए बीजिंग में बैठक करेंगे।
बेसिक मंत्रियों की नौवीं बैठक 31 अक्टूबर से एक नवम्बर तक चलेगी। इस बैठक के साथ ही जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र संधि प्रारूप (यूएनएफसीसीसी) पर डरबन में 28 नवम्बर से नौ दिसम्बर तक होने वाले 'कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज-17' के लिए रणनीति तय करने के लिए विशेषज्ञों की बैठक होगी।
चीन वार्ता में भारत का प्रतिनिधित्व पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन करेंगी। चीन के लिए जाने से पहले नटराजन ने बताया, ‘सोमवार से हो रही बेसिक देशों की बैठक में भाग लूंगी। डरबन वार्ता से पहले महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।‘
उन्होंने कहा कि बेसिक देशों द्वारा ब्राजील में हुई अंतिम बैठक में उठाए गए मुद्दों पर आगे चर्चा होने की सम्भावना है। नटराजन के साथ जा रहे एक अधिकारी ने बताया कि भारत, दक्षिण अफ्रीका द्वारा क्योटो प्रोटोकोल को कानूनी संधि द्वारा सभी देशों पर लागू करने की मांग पर चर्चा करेगा। अभी तक क्योटो प्रोटोकाल में धनी देशों पर उत्सर्जन में कटौती करने की कानूनी बाध्यता है। जबकि विकासशील देशों पर यह स्वैच्छिक है। विकासशील देश औद्योगिकीकरण के अपने अधिकार पर जोर देते हुए कटौती का विरोध कर रहे हैं। यह गतिरोध का प्रमुख बिंदु है। भारत विकासशील देशों पर कानूनी रूप से बाध्य किसी भी कटौती का विरोध करेगा।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, October 30, 2011, 18:59