Last Updated: Sunday, October 16, 2011, 15:10
ईरान: वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को कहा कि जी-20 के वित्त मंत्रियों द्वारा बैंकिंग और कर संबंधित सूचनाओं के आदान पर भारत की बातों से सहमत होना बड़ी उपलब्धि है। वित्त मंत्री ने उम्मीद जताई कि अगले महीन कान में होने वाले शिखर सम्मेलन में भी इस मुद्दे पर विचार होगा।
पेरिस से दिल्ली लौटते हुए यहां थोड़े समय के ठहराव के दौरान मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा, भारत की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण है कि सूचनाओं के आदान-प्रदान से संबंधित परिच्छेद को इस आधिकारिक वक्तब्य में शामिल किया गया है। मुखर्जी जी-20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक में भाग लेने के लिए फ्रांस गए थे।हालांकि वित्त मंत्री ने जी-20 के बयान में भारत की चिंताओं को स्थान देने पर खुशी जताई है, पर वह इस बात से नाखुश हैं कि जी-20 के मंत्रियों ने जिस मूल्यों में उतार-चढ़ाव, मुद्रा युद्ध, विकास से जुड़ी समस्याओं और वित्तीय लेनदेन कर पर चर्चा को मेक्सिको की मंत्रीस्तरीय बैठक के लिए टाल दिया है।
भारत में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के समक्ष काले धन का मुद्दा पिछले कुछ समय से समस्या पैदा कर रहा है। विपक्ष और नागरिक संगठनों का आरोप है कि सरकार विदेशों में जमा काले धन को वापस लाने के लिए उचित प्रयास नहीं कर रही है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, October 17, 2011, 09:52