Last Updated: Wednesday, April 4, 2012, 10:23
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट पर जोरदार हमला बोलते हुए सत्ताधारी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि वह ‘जुल्फीकार अली भुट्टो की न्यायिक हत्या’ के लिए माफी मांगे। बिलावल ने सुप्रीम कोर्ट से यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के खिलाफ अदालत की अवमानना मामले में किसी तरह का दोहरा मानदंड न अपनाया जाए।
पीपीपी के नाम मात्र के अध्यक्ष 23 साल के बिलावल ने पूर्व राष्ट्रपति जुल्फीकार अली भुट्टो की बरसी के मौके पर भुट्टो परिवार के गढ़ सिंध प्रांत के नौडेरो में मंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम में देर रात अपने एक भाषण के दौरान यह बयान दिया। बिलावल ने कहा कि पीपीपी के लिए वक्त आ गया है कि उसे वह न्याय मिले जिसका इतिहास की नजरों में वह हकदार है।
दिवंगत राष्ट्रपति को दी गई फांसी की सजा की समीक्षा के लिए पीपीपी की ओर से दायर एक याचिका का हवाला देते हुए बिलावल ने कहा, ‘मुझे पूरा यकीन है कि सुप्रीम कोर्ट राह में आड़े नहीं आएगा। मैं सुप्रीम कोर्ट से आखिरकार न्याय प्रदान करने की उम्मीद करता हूं। लोगों, पीपीपी और शहीद भुट्टो के परिवार की नजरों में हम उम्मीद करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट शहीद जुल्फीकार अली भुट्टो की न्यायिक हत्या में अपनी भूमिका के लिए माफी मांगे।’
प्रधानमंत्री गिलानी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की ओर से शुरू किए गए अदालत की अवमानना के मामले का हवाला देते हुए बिलावल ने कहा कि उन्हें इस बात की आशा है कि शीर्ष कोर्ट की ओर से ऐसे मामलों को देखते वक्त दोहरे मापदंड नहीं अपनाए जाएंगे।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले फिर से खोलने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना के आरोप में गिलानी पर मुकदमा शुरू किया गया है।
बिलावल ने यह कहते हुए प्रधानमंत्री गिलानी की ओर से राष्ट्रपति जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले फिर से नहीं खोलने का समर्थन किया कि ऐसा करने से राष्ट्रपति को मिली संवैधानिक छूट का उल्लंघन होगा।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 4, 2012, 19:05