Last Updated: Monday, November 28, 2011, 04:05
डरबन: जलवायु परिवर्तन पर सोमवार से शुरू हो रहे सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ्रीकी शहर डरबन पूरी तरह से तैयार है। जलवायु परिवर्तन की समस्या का हल औरउससे निपटने के लिए सर्वसम्मति बनाने के लिए नेताओं, वार्ताकारों और विशेषज्ञों का जुटना शुरु हो गया है।
दो सप्ताह तक चलने वाले इस सम्मेलन के दौरान वैश्विक उत्सर्जन को घटाने पर समझौते के लिए सर्वसम्मति बनाने के लिए चर्चा की जाएगी। हालांकि डरबन सम्मेलन शुरू होने के पहले से ही जलवायु विशेषज्ञों के बीच इस बात पर संदेह है कि पिछले 10 सालों से चला आ रहा गतिरोध इस बार टूट पाएगा अथवा नहीं। कोपेनहेगन और कानकुन सम्मेलन में भी कुछ खास परिणाम नहीं निकल पाया था।
डरबन में होने वाले सम्मेलन के दौरान सबसे ज्यादा विवादित मुद्दा क्योटो प्रोटोकॉल और इसका दूसरा प्रतिबद्घता कार्यकाल होगा। क्योटो प्रोटोकॉल का पहला प्रतिबद्घता कार्यकाल वर्ष 2012 में समाप्त हो रहा है। क्योटो प्रोटाकॉल के अलावा हरित पर्यावरण कोष का मुद्दा भी चर्चा में होगा। कानकुन समझौते के तहत हरित कोष की स्थापना की गई थी
(एजेंसी)
First Published: Monday, November 28, 2011, 13:19