Last Updated: Friday, July 26, 2013, 21:51
लंदन : तलाक की लड़ाई में अब तक 8,60,000 पाउंड गंवा चुके भारतीय दंपति को ब्रिटिश न्यायाधीश ने सलाह दी है कि वे आपसी मतभेद समाप्त करें। न्यायाधीश ने तलाक के मामले को ‘वित्तीय आत्महत्या’ करार देते हुए कहा कि तलाक का मुकदमा कहां चले की इस लड़ाई को छोड़कर दंपति वास्तव में इस क्षेत्र में आगे बढ़ें। चूंकि दोनों ब्रिटेन के निवासी हैं इसलिए उनके तलाक का मुकदमा यहां चल सकता है भले ही वे यहां रह रहे हों या नहीं।
पेशे से वकील आलोक रे (41) और डॉ. चारू सेखरी (39) ने लंदन में मुलाकात के बाद वर्ष 2009 में विवाह कर लिया था। उनका दो वर्ष का बेटा भी है। न्यायाधीश ने कहा कि रे और सेखरी दोनों में से प्रत्येक ने दुनिया भर की कानूनी लड़ाई में 4,30,000 पाउंड की रकम गंवायी है। उन्होंने यह भी कहा कि दंपत्ति ने अपनी कुल संपत्ति का करीब एक चौथाई हिस्सा तलाक की कानूनी लड़ाई में खर्च कर दिया है। (एजेंसी)
First Published: Friday, July 26, 2013, 21:51