तालिबान मसले पर डगलस-शेरी के बीच नोक-झोंक

तालिबान मसले पर डगलस-शेरी के बीच नोक-झोंक

वाशिंगटन : अमेरिका और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ गया है, क्योंकि दोनों देशों के दो शीर्ष अधिकारियों के बीच अफगानिस्तान व पाकिस्तान में तालिबान के पनाहगाहों के खिलाफ बहुत मामूली कार्रवाई करने को लेकर तीखी नोक-झोंक होने की खबर है।

समाचार पत्र `न्यूयार्क पोस्ट` द्वारा जारी रपट के अनुसार, अफगानिस्तान व पाकिस्तान पर राष्ट्रपति बराक ओबामा के शीर्ष सलाहकार डगलस ई. ल्यूट और अमेरिका में पाकिस्तान की राजदूत शेरी रहमान के बीच यह तीखी नोक-झोंक कोलोराडो के एस्पेन में शुक्रवार को एक सम्मेलन के दौरान हुई।

`60 मिनट` के स्टीव क्रोफ्ट के सवालों के जवाब में रहमान ने कहा कि पाकिस्तानी तालिबान लड़ाके, जो कि पूर्वी अफगानिस्तान के दो दूरवर्ती प्रांतों में पनाह लिए हुए हैं, पाकिस्तान के खिलाफ रॉकेट के जरिए और सीमा पार से बड़े पैमाने पर हमले कर रहे हैं।

वाशिंगटन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रहमान ने कहा, ये लोगों के खतरनाक समूह हैं जो देश में आ रहे हैं, यह केवल हवाई बात नहीं है।

रहमान ने कहा कि पिछले आठ महीनों के दौरान 52 विभिन्न मौकों पर पाकिस्तान ने अमेरिका और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के अफगानिस्तान स्थित कमांडरों को उन स्थानों के बारे में बताया था, जहां से आतंकवादी हमले कर रहे थे, लेकिन उसके बारे में कुछ नहीं हुआ।

इसके तत्काल बाद ल्यूट ने जवाबी हमला किया। उन्होंने कहा, पाकिस्तानी तालिबान की हाल में अफगानिस्तान में अपेक्षाकृत अल्प उपस्थिति और दशकों लम्बे अनुभव से तथा पाकिस्तानी सरकार के तत्वों व अफगानिस्तान तालिबान के बीच सम्बंधों से कोई तुलना नहीं है।

अखबार ने शुक्रवार को ल्यूट के हवाले से लिखा है, इनके बीच तुलना करना सरासर गलत है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, July 29, 2012, 20:30

comments powered by Disqus