Last Updated: Thursday, September 13, 2012, 23:36
वॉशिंगटन : एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि हिमालय के पूर्वी एवं मध्य क्षेत्रों के ग्लेशियर खतरनाक तरीके से पिघल रहे हैं जबकि पश्चिमी हिस्से के ग्लेशियर ज्यादा स्थायी हैं और उनमें बढ़ोतरी भी दर्ज की जा रही है।
राष्ट्रीय अनुसंधान परिषद की ओर से जारी एक रिपोर्ट में इस बात पर रोशनी डाली गयी है कि हिंदूकुश-हिमालयी क्षेत्र में ग्लेशियरों में किस तरह का बदलाव आया है। हिंदूकुश-हिमालयी क्षेत्र समूचे एशिया के आठ देशों में फैला है। रिपोर्ट में बताया गया है कि हिंदूकुश-हिमालयी क्षेत्र के ग्लेशियरों में आ रहे बदलाव से नदी प्रणालियों, जलापूर्ति और दक्षिण एशियाई आबादी पर असर पड़ सकता है।
इस क्षेत्र के पहाड़ों में कई नदियों का उद्गम स्थल है जिनमें गंगा, मेकांग, यांग्त्जी और पीली नदी शामिल हैं। ये नदियां दुनिया की 1.5 अरब आबादी को पेयजल और सिंचाई आपूर्ति सुविधाएं मुहैया कराती हैं। रिपोर्ट तैयार करने वाली समिति ने कहा कि समूचे हिमालय क्षेत्र की जलवायु में बदलाव आ रहा है लेकिन यह किस तरह से खास जगहों पर असर डालेगा इसका पता अभी नहीं चल सका है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 13, 2012, 23:36