Last Updated: Tuesday, April 24, 2012, 09:20
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के बेटे अली मूसा ने कहा है कि वह नियंत्रित दवा इफेड्राइन के बड़े पैमाने पर आयात में कथित अनियमितता मामले में जांच का सामना करने को तैयार हैं।
एंटी-नारकोटिक्स फोर्स (एएनएफ) द्वारा मामले में आरोपी बनाये जाने के बाद अली मूसा दक्षिण अफ्रीका से पाकिस्तान लौट आये। वह हनीमून मनाने दक्षिण अफ्रीका गये थे।
उन्होंने एक टेलीविजन चैनल से कहा, मैं जांचकर्ताओं के समक्ष उपस्थित होने तथा अपना बयान रिकॉर्ड कराने के लिये एएनएफ के बुलावे का इंतजार कर रहा हूं। मूसा ने कहा, जब मैं बाहर था, मैंने आधारहीन खबरें सुनी कि मैं भाग गया हूं और पाकिस्तान नहीं लौटूंगा। हांलांकि मैं स्वदेश लौट आया ताकि उच्चतम न्यायालय तथा एएनएफ के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष रख सकूं। उन्होंने कहा कि वह निर्दोष हैं और 2010 में हुए घोटाले से उनका कुछ भी लेनादेना नहीं है। प्रधानमंत्री के छोटे बेटे ने कहा कि उनके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है।
मूसा ने कहा, पूर्व स्वास्थ्य महानिदेशक की रिपोर्ट में एक पंक्ति में मेरा नाम है। केवल इसके आधार पर क्या एक निर्दोष को सजा दी जा सकती है। यह घोटाला पिछले सप्ताह उस समय सामने आया जब एएनएफ अधिकारियों ने मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष कहा कि 7 अरब रुपये मूल्य के इफेड्राइन के आयात का कोटा मुलतान की दो कंपनियों को दिया गया। मुलतान गिलानी का गृहनगर है। कंपनियों को दिया गया कोटा अंतराष्ट्रीय मादक पदार्थ नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित सीमा से अधिक था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 24, 2012, 17:30