दूतावास पर हमला आतंकी कृत्य: व्हाइट हाउस

दूतावास पर हमला आतंकी कृत्य: व्हाइट हाउस


वॉशिंगटन : अमेरिका मानता है कि लीबिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर हमला आतंकवादी कृत्य था। इस हमले में लीबिया में अमेरिकी राजदूत सहित चार अमेरिकी मारे गए थे। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने इस हमले को ‘अक्षम्य’ करार देते हुए कहा कि यह एक आतंकी हमला था और अक्ष्म्य है।

राष्ट्रपति के विमान एयर फोर्स वन में उनसे संवाददाताओं ने रिपब्लिकन पार्टी द्वारा की जा रही इस आलोचना के बारे में पूछा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अब तक इसे आतंकी हमला करार नहीं दिया है।

कार्नी ने कहा कि हमारे प्रशासन और राष्ट्रपति की राय के अनुसार, यह एक आतंकी हमला था। उन्होंने कहा कि हमारी राय है कि यह एक आतंकी हमला था। हथियारों से दूतावास पर बड़ी देर तक हमला किया गया था। कार्नी ने कहा कि बड़े सवाल यह हैं कि हमले में कौन लोग शामिल थे, बेनगाजी स्थित दूतावास पर यह हमला आखिर क्यों किया गया। इन सवालों की दो स्तरों पर जांच की जा रही है।

कार्नी ने कहा कि यह जांच एफबीआई और विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन द्वारा स्थापित जवाबदेही समीक्षा बोर्ड कर रहे हैं। इस जांच से बेनगाजी में सुरक्षा और अन्यी राजनयिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा का पता चल सकेगा। शीर्ष रिपब्लिकन सीनेटरों ने व्हाइट हाउस से आए इस बयान का स्वागत किया लेकिन कहा है कि यह बातें हमले के दो सप्ताह बाद हो रही हैं, जिससे पता चलता है कि हमला पश्चिम एशिया के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति की नाकाम नीतियों का नतीजा था।

सीनेटर जॉन मैक्केन और लिंडसे ग्राहम ने कहा कि हम मानते हैं कि आतंकी हमले में अलकायदा संलिप्त था और अलकायदा को नष्ट करने का दावा करने वाले राष्ट्रपति के लिए यह कड़वा सच है। उन्होंने कहा कि लेकिन यह बात इस सवाल के लिए पर्याप्त नहीं है कि राष्ट्रपति और उनके प्रशासन ने बेनगाजी में 11 सितंबर को हुई घटना के बारे में कहने के लिए इतना समय क्यों लिया। (एजेंसी)

First Published: Thursday, September 27, 2012, 12:59

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