Last Updated: Wednesday, November 7, 2012, 16:58

वाशिंगटन: अमेरिकी जनता के भरोसे के बल पर बराक ओबामा अपने प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी की ओर से अर्थव्यवस्था और अमेरिका के भविष्य के सवालों को लेकर बनाए गए चक्रव्यूह को ध्वस्त करने में कामयाब हो गए हैं। वह ऐतिहासिक जीत दर्ज कर लगातार दूसरी बार देश के राष्ट्रपति बन गए हैं।
भारत के साथ मजबूत रिश्तों के पक्षधर 51 साल के ओबामा ने आसान जीत दर्ज की, हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान रोमनी के साथ उनके कांटे की टक्कर बताई गई थी तथा कई चुनाव सर्वेक्षणों में भी नजदीकी मुकाबले का अनुमान लगाया गया था। यह बात दीगर है कि अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति ओबामा कई कयासों से उलट अमेरिकी आवाम का दिल फिर से जीतने में कामयाब रहे।
ओबामा ने निर्वाचक मंडल (इलेक्टोरल कॉलेज) के 535 मतों में से 303 मत हासिल किए, जबकि रोमनी को 206 मतों से ही संतोष करना पड़ा। अमेरिका में 1930 के दशक के बड़े आर्थिक संकट के बाद सबसे बुरी तरह से प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था को उबारने की ओबामा की क्षमता और योग्यता पर विपक्ष के तमाम सवालों के बीच यहां की जनता ने देश की बागडोर डेमोक्रेटिक पार्टी के हाथ में ही रखने का फैसला किया। इसके साथ ही पहले की तरह सीनेट में डेमोक्रेट और प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन का वचस्र्व कायम रहा।
ओबामा की जीत में कैलीफोर्निया का योगदान निर्णायक रहा। इस प्रांत में निर्वाचक मंडल के सबसे अधिक 55 मत हैं और यहीं पर भारी जीत से ओबामा का दोबारा निर्वाचन पक्का हुआ। कैलीफोर्निया का परिणाम आने से पहले रोमनी ने मामूली अंतर से ओबामा पर बढ़त बना रखी थी, हालांकि यह बढ़त ज्यादा देर तक कायम नहीं रह सकी।
ओबामा ने ओहायो, कोलोराडो, आयोवा, नेवादा, न्यू हैम्पशायर, विस्कोन्सिन और मिशिगन जैसे निर्णायक प्रांतों में जीत दर्ज की है। डिबेट और सर्वेक्षणों के आधार पर चुनाव के जानकार मुकाबले के बराबरी पर छूटने का अनुमान तक लगाने लगे थे, लेकिन ओबामा ने 300 मतों का आंकड़ा पार कर लिया, हालांकि इस बार वह 2008 की अपनी बड़ी जीत को नहीं दोहरा पाए। उस वक्त उन्हें निर्वाचक मंडल के 349 मत हासिल हुए थे।
रिपब्लिकन रोमनी ने हार को स्वीकार करते हुए भविष्य के लिए ओबामा को शुभकमाना दी। रोमनी ने कहा कि यह बड़ी चुनौतियों का समय है। मैं प्रार्थना करता हूं कि राष्ट्रपति ओबामा हमारे देश को नेतृत्व देने में सफल होंगे। उधर, शिकागो में अपने प्रचार अभियान मुख्यालय में खुशी से झूम रहे समर्थकों के समक्ष ओबामा ने वादा किया कि नई नौकरियां पैदा करने, वित्तीय घाटे को कम करने तथा कर क्षेत्र में सुधार करने संबंधी चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए वह दोनों दलों के नेताओं के साथ मिलकर काम करेंगे।
इससे पहले ओबामा ने ट्वीट के जरिए कहा कि इसका श्रेय आप लोगों को जाता है। आपका आभार।। ओबामा का जन्म चार अगस्त, 1961 को हवाई में हुआ था। उनकी मां श्वेत अमेरिकी और पिता कीनियाई मूल के थे। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ओबामा दूसरे डेमोक्रेट राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने दूसरा कार्यकाल हासिल किया है। इससे पहले डेमोक्रेट बिल क्लिंटन को लगातार दूसरी बार सफलता मिली थी।
ओबामा की जीत से जुड़ा एक अहम पहलू यह भी है कि उन्होंने डेमोक्रेट के गढ़ पेनसिल्वेनिया, विस्कोन्सिन तथा मिशिगन में जीत को कायम रखा। चार साल पहले बदलाव और उम्मीद की बुनियाद पर अमेरिकी जनता का अपार समर्थन हासिल करने वाले ओबामा के लिए दूसरा कार्यकाल हासिल करना आसान नजर नहीं आ रहा था क्योंकि उनके खिलाफ आक्रमक ढंग से नकारात्मक अभियान चलाया जा रहा था, हालांकि वह जीतने में कामयाब रहे। मैसाचुसेट्स प्रांत के पूर्व गवर्नर रोमनी को ओबामा ने अभिजात और मध्यम वर्ग से बिल्कुल अलग करार दिया था।
ओबामा का प्रचार अभियान पूरी तरह मध्य वर्ग से जुड़े मुद्दों को ध्यान में रखकर चलाया गया और इराक में युद्ध की समाप्ति के मुद्दे को भी जोरदार ढंग से रखा गया। अब ओबामा के सामने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र तथा वाल स्ट्रीट में ऐतिहासिक सुधारों के अपने वादे को पूरा करने की बड़ी चुनौती है। वह देश से बाहर भी अपना ध्यान केंद्रित करेंगे और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर उनका अधिक जोर रह सकता है।
चैनलों पर जीत का ऐलान होते ही ओबामा के समर्थक खुशी से झूम उठे। शिकागो में ओबामा के प्रचार अभियान के मुख्यालय के सामने समर्थकों का बड़ा हुजूम उमड़ पड़ा। शिकागो ओबामा का गृहनगर है। पूरे अमेरिका में ओबामा समर्थक भारी जश्न मना रहे हैं। शिकागो से लेकर न्यूयार्क के टाइम्स स्क्वायर तक लोग खुशी में झूमते नजर आए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 7, 2012, 09:11